उत्तराखंड की Lake City Nainital का दीदार जो एक बार कर लेता है वो इसके खूबसूरत नजारों को कभी भूल नहीं पाता। नैनीताल छुट्टियां बिताने के लिए एक बेहतरीन टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। अगर आप नैनीताल आते हैं तो आपको कहां घूमना चाहिए किन जगहों पर जाना चाहिए ये जानना भी जरूरी है। तो आइए घूमें हमारे साथ सुंदर नैनीताल।
Lake City Nainital है बेहद ही खास
Lake City Nainital का नाम सुनते ही लोगों के मन में एक सुंदर Hill Stations की तस्वीर बन जाती है। क्यों ना बने नैनीताल है ही इनता प्यारा कि जो एक बार यहां आता है इसकी खूबसूरती का कायल हो जाता है। समुद्र तल से लगभग 2080 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ये शहर अपने आप में बहुत अद्भुत है। इसीलिए तो यह प्रकृति प्रेमियों, पक्षी प्रेमियों, कवियों, लेखकों, फिल्मकारों तथा पर्यटक को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करता है।
छुट्टियां बिताने के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन
नैनीताल हनीमून, गर्मियों की छुट्टियों और सर्दियों की छुट्टियां बिताने के लिए एक बेहतरीन हिल स्टेशन है। यहां आपको बर्फ से ढके पहाड़ों का दीदार करने को भी मिलेगा तो झील में बोटिंग का आंनद भी आप यहां उठा सकते हैं। ट्रेकिंग से लेकर पैराक्लाडिंग जैसी एक्विटिज पर्यटकों को नैनीताल खींच ले आती है।
Nainital me ghumne ki jagah इन जगहों पर जाकर अपनी ट्रिप को बनाएं यादगार
Nainital me ghumne ki jagah : यूं तो नैनीताल अपनी झीलों के लिए खासा प्रसिद्ध है लेकिन अगर आप नैनीताल आ रहे हैं तो आप इन जगहों पर जरूर जाएं। नैनी झील, चाइना पीक, टिफिन टॉप, नैना देवी मंदिर, स्नो व्यू प्वांइट, नैनीताल जू और वुडलैंड वॉटरफॉल के साथ ही कई अन्य जगहें ऐसी हैं जिनके नजारें आपको अपना दीवाना बना देंगे।
Nainital me ghumne ki jagah
नैनीझील – नैनीताल की नैनी झील में पर्यटक जितना बोटिंग का मजा लेते हैं। उतना ही आनंद झील की सुंदरता का भी लेते हैं। यहां झील के आसपास की खूबसूरत पहाड़ियां और शांत वादियां झील में राइड करने के मजे को काफी बढ़ा देती हैं। नैनीताल आने वाले टूरिस्ट की फर्स्ट एक्टिविटी बोटिंग ही होती है।
मालरोड- नैनीताल की प्रसिद्ध माल रोड पर आप पैदल घूम सकते हैं। यहां खूबसूरत नजारों के साथ ही आप नैनीझील की सुंदरता को निहार सकते हैं। नैनीताल का फूड, कल्चर और शॉपिंग का मालरोड सबसे बड़ा सेंटर है। यहां आप पहाड़ी परिधानों के साथ ही पहाड़ी पकवानों का स्वाद भी ले सकते हैं।
नैना देवी मंदिर – नैनीताल का नामकरण ही नैना देवी के नाम पर हुआ है। यानी इस शहर का नाम नैना देवी के नाम पर ही रखा गया है। कहा जाता है कि इस स्थान पर ही देवी सती के नेत्र गिरे थे। जिसके बाद यहां पर शक्तिपीठ का निर्माण किया गया। मंदिर में मौजूद पीपल का पेड़ शताब्दियों से लगा हुआ है जो लोगों में आकर्षण का केंद्र है।
नैनीताल जू – जैसे कि जू होता ही तरह-तरह के जानवरों को एक साथ देखने के लिए वैसे ही नैनीताल जू में भी आपको जानवरों की कई प्रजातियां एक साथ देखने को मिलती हैं। यहां आप बाघ, तेंदुआ, पहाड़ी लोमड़ी, भेड़िए, हिरन, हिमालयी काला भालू, सफ़ेद मोर जैसे कई और जानवरों का दीदार कर सकते हैं। 2100 मीटर की दूरी में फैला ये स्थान आपको मानसिक शांंति भी प्रदान करता है।
नैनी पीक – 2615 मीटर की ऊँचाई के साथ नैनी पीक नैनीताल की सबसे ऊँची चोटी है। नैनी पीक सैलानियों के बीच आकर्षण का केंद्र है। यहां साल भर बर्फ की चादर से ढके रहने वाले पहाड़ों को हरियाली युक्त पेड़ों ने घेरा हुआ है। जिसका नजारा देखते ही बनता है। हाईकरों और ट्रैकरों के बीच ये स्थान बहुत प्रसिद्ध है।
स्नो व्यू पॉइंट – नैनीताल का स्नो व्यू प्वांट टूरिस्ट के सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है। ये जगह 2270 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस पॉइंट से आपको हिमालय के अद्भुत नजारों के दीदार होंगे। ये जगह नैनीताल शहर से ये तीन किमी की दूरी पर है। अगर आप ट्रैकिंग का शौक रखते हैं तो आपको यहां एडवेंचर का मौका भी मिलेगा।
पंगोट – अगर आप पक्षी प्रेमी हैं तो ये जगह आपको बेहद ही पसंद आने वाली है। पक्षी प्रेमियों के लिए पंगोट को स्वर्ग माना जाता है। यहां पर लगभग 150 प्रजाति के पक्षी मिलते हैं। इनका दीदार करने के लिए हर साल हजारों पर्यटक पंगोट नैनीताल आते हैं।
किलबरी – ये नैनीताल की दूसरी सबसे ऊंची चोटी है। प्रकृति प्रेमी और पहाड़ प्रेमी यहां पर आकर अपना समय बिताते हैं। नैनीताल में पिकनिक मनाने के लिए ये सबसे सुंदर जगह है। यहां का सौंदर्य और नजारें देख आपको बेहद ही खुशी मिलेगी।
ऐसे पहुंचे सरोवर नगरी नैनीताल
नैनीताल जाने के लिए आप हवाी मार्ग और रेल मार्ग दोनों से पहुंच सकते हैं। ट्रेन आपको काठगोदाम तक छोड़ेगी जबकि क्लाइट से आप पंतनगर तक जा सकते हैं। यहां से आगे का सफर आप कार, टैक्सी या फिर से बस से तय तक सकते हैं। पंतगनर से नैनीताल की दूरी लगभग 70 किमी है। जबकि काठगोदाम रेलवे सेट्शन की नैनीताल से दूरी लागभग 35 किमी है।