देहरादून : उत्तराखंड में 2 अगस्त से स्कूल खुल गए हैं। लेकिन अभिभावकों के मन में कोरोना को लेकर डर हैं। अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर का अलर्ट जारी हो चुका है और ये लहर बच्चों के लिए खतरनाक बचाई गई है। इस बीच स्कूल खुल गए हैं लेकिन स्कूलों को सरकार द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि वो कोविड गाइडलाइन का पालन करें और बच्चों से भी गाइडलाइन का पालन कराएं। इसी के मद्देनजर आज देहरादून के जिलाधिकारी आर राजेश कुमार ने देहरादून के जीजीआईसी स्कूल राजपुर रोड औऱ दून इंटरनेशनल स्कूल का औचक निरीक्षण किया। देहरादून डीएम ने दोनों स्कूलों में विभिन्न व्यवस्थाओं और कोविड प्रोटोकॉल के परिपालन का जायजा लिया। खामियां पाए जाने पर डीएम ने स्कूल प्रबंधन को जरुरी निर्देश दिए और गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी।
बता दें कि नैनीताल हाईकोर्ट में सरकार के स्कूल खोलने के फैसले के खिलाफ याचिका दायर की गई है। वहीं बीते दिन याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा है। 18 अगस्त को सरकार को कोविड-19 महामारी में स्कूल खोले जाने को लेकर कोर्ट में जवाब देना है,जिसको लेकर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का कहना है कि कोर्ट में जिन मामलों पर जवाब मांगा है सरकार उनका जवाब कोर्ट में दी। कहा कि हाई कोर्ट का जो भी फैसला होगा सरकार उसका सम्मान करेगी। लेकिन जिस तरह की बातें तीसरी लहर को लेकर बताई जा रही हैं कि तीसरी लहर आएगी,तो उसकी आहट को देखते हुए सरकार स्कूल भी बंद कर सकती है।
शिक्षा मंत्री का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए तीसरी लहर की आहट को देखते हुए ही सरकार स्कूलों को बंद भी कर सकती है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि वैज्ञानिकों ने तीसरी लहर को लेकर अलर्ट जारी किया है और इसको देखते हुए बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए सरकार स्कूल बंद कर सकती है।