हल्द्वानी: पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता यशपाल आर्य का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को 2022 के विधानसभा चुनाव का डर सता रहा है। उन्होंने कहा कि आखिर भाजपा को क्यों इतनी घबराहट और हड़बड़ी हो रही है। उन्होंने कहा कि अभी खेल शुरू भी नहीं हुआ है और भाजपा अभी से डर रही है। आपदा से बर्बाद हुई फसल का मुआवजा 20 हजार रुपये प्रति एकड़ दिया जा रहा है, जो ऊंठ के मुंह में जीरे के समान है।
पहाड़ों में आयी आपदा से धान की फसल पूरी तरह से तबाह हो चुकी है, धान ज़मीदोज़ हो चुका है औऱ काश्तकारों की पूरी मेहनत पर पानी फिर गया है, किसानों की बर्बाद फसल के मुआवजे को लेकर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि किसानों की हज़ारों एकड़ फसल का नुकसान हुआ है। लेकिन, सरकार 5000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दे रही है जो ना के बराबर है।
यशपाल आर्य के मुताबिक किसानों को मुआवजा कम से कम 20 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मिलना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया की सरकार द्वारा दिये जाने वाला मुआवजा ऊट के मुंह में जीरा है। उनका कहना है कि तराई में किसान केवल अपनी फसल पर ही आधारित है और इस आपदा ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है। इसलिए सरकार को किसानों की समस्या को देखते हुए फसल के नुकसान का सही आंकलन कर मुआवजे की सही राशि तय करनी चाहिए।
सियासी अटकलों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बयान पर भी उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बहुगुणा ने कहा था कि थोड़ा समय बीत जाने दीजिए। कांग्रेस का क्या हाल होगा, यह पता चल जाएगा। इस पर पलटवार करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने कहा की विजय बहुगुणा क्या भविष्यवक्ता हैं।
उन्होंने भाजपा को घेरते हुए कहा कि इतनी हड़बड़ी और घबराहट क्यों है? आने वाला चुनाव सबकुछ साफ कर देगा। हरक सिंह रावत के कांग्रेस में वापस आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति संभावना का खेल है। देखते हैं क्या होता है। लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले ही जनता ने यह तय कर लिया है कि उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बनेगी।