देहरादून : अक्सर निजी औऱ सरकारी बस चालकों और कंडक्टरों को मनमानी करते देखा गया है। ऐसा ही कुछ हुआ देहरादून में बीते दिन जहां अपनी मनमानी करना चालक-कंडक्टर को भारी पड़ी। बता दें कि मामला देहरादून आइएसबीटी का है जहां बस को बस अड्डे के अंदर न ले जाने पर हरिद्वार डिपो के चालक और परिचालक पर मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने ट्रांसफर कर दिया साथ ही 500-500 रूपये का जुर्माना भी लगाया है। जानकारी मिली है कि दोनों का ट्रांसफर हरिद्वार से ऋषिकेश डिपो में कर दिया गया है। और साथ ही दोनों को चेतावनी दी गई कि अगर दोबारा ऐसी गलती की तो बर्खास्तगी कर दी जाएगी।
चालक कंडक्टर कर रहे मनमानी
कोरोना के चलते पहले ही बसों का संचालन कम हो रहा है जिससे पहले ही यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इसके साथ चालक कंडक्टर भी अपनी मनमानी कर रहे हैं जो लोगों की परेशानी को और बढ़ा रहा है। कभी कंडक्टरों को बेटिकट यात्री बैठाने का मामला सामने आ रहा है तो कभी नियम विरुद्ध बस संचालन करने का जिससे उत्तराखंड रोडवेज निगम पर दाग लगाने का काम किया जा रहा है। रोडवेज के नियमानुसार देहरादून में बाहर से आने और जाने वाली बसों को आइएसबीटी के भीतर से होकर जाना अनिवार्य है। इसके बावजूद कुछ चालक-परिचालक बस बाहर से लौटा ले जा रहे।
मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता को सूचना मिली कि बस संख्या (यूके07पीए-3285) शुक्रवार की दोपहर रोहड़ू से हरिद्वार लौटते समय आइएसबीटी के भीतर नहीं गई। बस में केवल पांच-छह यात्री थे, जबकि हरिद्वार जाने के लिए कुछ यात्री आइएसबीटी में थे। यात्री इसी बस के आने का इंतजार कर रहे थे। इस बस पर विशेष श्रेणी चालक सुभाष कुमार और परिचालक विश्वनाथ तैनात थे। मंडल प्रबंधक गुप्ता ने इन दोनों के वेतन से पांच-पांच सौ रूपये की कटौती करने समेत दोनों का तबादला ऋषिकेश डिपो कर दिया है।