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देहरादून: पिछले चार सालों से देहरादून नगर निगम क्षेत्र में एलईडी लाइटों की मेंटेनेंस का काम देख रही आस्था इलेक्ट्रिकल ने एक जनवरी से रखरखाव का काम ठप्प करने की चेतावनी दी है। ईईएसएल का आस्था इलेक्ट्रिकल से देहरादून में एलईडी लाइट को स्थापित करने और उनके रखरखाव का अनुबंध हुआ था, जिसके एवज में ईईएसएल को आस्था इलेक्ट्रिकल को भुगतान किया जाना था। लेकिन, पिछले दो सालों से ईईएसएल ने एलईडी लाइट मेंटेनेंस का आस्था इलेक्ट्रिकल को पांच करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है। जिसके चलते अब आस्था इलेक्ट्रिकल ने एक जनवरी से कार्य ठप्प करने की चेतावनी दी है।
जब से राजधानी देहरादून में ईईएसएल ने एलईडी लाइट लगाने का कार्य शुरू किया है तभी से ईईएसएल सवालों के घेरे में है और इसी को लेकर नगर निगम की ओर से कई बार ईईएसएल को नोटिस भेजकर चेतावनी भी दी गयी है। अब ईईएसएल का जिस आस्था इलेक्ट्रिकल से मेन्टेन्स का अनुबंध हुआ है। उसके साथ भी भुगतान को लेकर तकरार हो गया है। आस्था इलेक्ट्रिकल के एमडी कमल मित्तल ने बताया कि उनके द्वारा एलईडी लाइट का समस्त कार्य सुचारू रूप से किया जा रहा है।
लेकिन, ईईएसएल के स्टेट हेड राहुल सिंह द्वारा उनके भुगतान को लेकर सही रूप से जिम्मेदारी नहीं निभा रहे है जिस कारण उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। कमल मित्तल ने बताया अब यदि एक जनवरी तक आस्था इलेक्ट्रिकल को समस्त भुगतान नही किया गया तो एलईडी लाइट की रखरखाव की सभी कार्यवाही बन्द कर दी जाएगी।
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नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त ने आर के दयाल ने बताया कि आस्था इलेक्ट्रिकल का एक शिकायती पत्र नगर निगम को प्राप्त हुआ है और पत्र में दी गयी चेतावनी को देखते हुए नगर निगम द्वारा एक नोटिस ईईएसएल को भेज गया है जिसमे कहा गया है कि आस्था इलेक्ट्रिकल के द्वारा भुगतान को लेकर जो भी विवाद है उसे जल्द से जल्द सुलझा लिया जाए जिससे कि आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी भविष्य में न हो पाए।
अब यहां देखने वाली बात ये है कि यदि एक जनवरी को एलईडी लाइटों के रखरखाव का कार्य देख रही आस्था कंपनी ने हाथ खड़े कर दिए तो शहर की खराब लाइट कैसे ठीक हो पाएगी और क्या शहर की गलियों और मुख्य सड़कों पर अंधेरा पसर जाएगा और यदि ऐसा होता है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा,,,?