अरविंद केजरीवाल ने 17 सितंबर को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में उन्हें अब कई सारी सुविधाओं से वंचित रहना होगा। हालांकि एक विधायक होने के नाते उन्हें कुछ सुविधाएं अभी भी मिलती रहेंगी। आइये जानते हैं उन सुविधाओं में क्या-क्या शामिल है।
बता दें कि दिल्ली में पिछले साल ही विधायकों, मंत्रियों-मुख्यमंत्रियों की सैलरी भत्ते में बढ़ोतरी की गई थी। ये बढ़ोतरी 12 साल बाद हुई है। विधायकों की सैलरी 66 प्रतिशत और मंत्रियों-मुख्यमंत्री की सैलरी 136 प्रतिशत तक बढ़ाई गई थी।
क्या है सैलरी?
दिल्ली के विधायकों की महीने भर की बेसिक सैलरी अब 30 हजार रुपये है जो पहले 12 हजार थी। जबकि मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों की बेसिक सैलरी 60 हजार रुपये है जो पहले 30 हजार रुपये थी। मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों, नेता प्रतिपक्ष को हर महीने सैलरी और भत्ते मिलाकर 72 हजार रुपये की बजाए 1.70 लाख रुपये मिलते हैं। जबकि विधायकों को हर महीने 90 हजा मिलते हैं।
हर महीने 90 हजार लेंगे केजरीवाल
ऐसे में अब केजरीवाल को 1.70 लाख रुपये की जगह हर महीने 90 हजार रुपये मिलेंगे। उन्हें डेली अनाउंस भी नहीं मिलेगा। सीएम पद से हटने के बाद उनके पैसे आधे हो जाएंगे।
विधायक की सुविधा लेते रहेंगे केजरीवाल
विधायक के तौर पर केजरीवाल सुविधाएं लेते रहेंगे। जिसमें उन्हें हर महीने 30 हजार रुपये डेटा एंट्री ऑपरेटर की सैलरी के लिए भी मिलेंगे। बता दें कि सरकार ही डेटा एंट्री ऑपरेटर की सैलरी का खर्च देती है। इसके साथ ही सभी विधायकों, मंत्रियों और मुख्यमंत्री को सालाना 1 लाख रुपये तक की यात्रा की सुविधा भी मिलती है। विधायकों, मंत्रियों और मुख्यमंत्री का परिवार सालाना देशभर में 1 लाख तक की यात्रा कर सकता है।