रुड़की: लिबरहेड़ी गांव के पीड़ित रुड़की तहसील में दर-बदर भटकते रहे पर उन्हें कोई राहत नहीं मिली। मामला रुड़की के लिबरहेड़ी गांव का है, जहां जमीनी विवाद के चलते एक पक्ष ने झगड़े वाली जमीन चुपचाप खरीद ली और उस पर निर्माण भी शुरू कर दिया। वहीं, दूसरे पक्ष का कहना है कि अभी केस चकबंदी विभाग में लंबित है।
बावजूद दूसरा पक्ष निर्माण कर रहा है, जिसके बाद पीड़ित पक्ष चकबंदी विभाग पहुंचा। वहां मौजूद सीओ ने उनसे एप्लिकेशन तो ली, लेकिन, उस पर यह नहीं लिखा कि मामला उनकी कोर्ट में चल रहा है। वहीं, एसडीएम ने भी पीड़ित पक्ष की बात सुनने से साफ इंकार कर दिया। जिसके बाद पीड़ितांे ने चकबंदी कार्यलय के बाहर जमकर हंगामा किया।
धरना देने के बाद भी उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। इस पूरे मामले में अधिकारी भी कुछ कहने को तैयार नहीं है। इससे एक बात तो साफ है मामले में कुछ तो काला है। पीड़ित परिवार अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काटकर परेशान हो चुके हैं, लेकिन कोई भी अधिकारी कार्रवाई करने को तैयार नहीं है।