रुड़की : कोरोना के चलते इस बार भी उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा पूरी तरह से रद्द कर दी थी। उत्तराखंड के सभी प्रवेश द्वार पर भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है, ताकि कोई भी कावड़ यात्री हरिद्वार का रुख ना कर सके। कावड़ियों के लिए उत्तराखंड में प्रवेश निषेध कर दिया गया है।
हरिद्वार प्रशासन ने नारसन बॉर्डर पर गंगाजल की व्यवस्था भी की हुई है यदि कोई कावड़िया जल लेने के लिए आ रहा है तो उसे निराश ना होना पड़े और बॉर्डर पर ही गंगाजल लेकर वापस भेजा जा रहा है। नारसन बॉर्डर पर बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों को वापस भेजा जा रहा है। उत्तराखंड सीमा की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है चोरी छुपे उत्तराखंड में प्रवेश करने वाले कांवड़ यात्रियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है।
गंगाजल लेने आने वाले कावड़ियों को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाएगा व आपदा अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत भी किया जा रहा है। प्रदेश में आने वाले लोगों को उत्तराखंड पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन व आरटी पीसीआर नेगेटिव की रिपोर्ट होना अनिवार्य है। पुलिस प्रशासन लगातार अपील कर रही कि कोई भी कांवड़िया उत्तराखंड में प्रवेश ना करें।