हल्द्वानी: भाजपा के टिकटों का ऐलान होते ही बगावती सुर भी नजर आने लगे हैं। कुमाऊं मंडल की बात करें तो फिलहाल दो सीटों पर दावेदार निर्दल लडने का ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में भाजपा के लिए दिक्कतें हो सकती हैं। दो सीटों पर दावेदारों ने अपना फैसला समर्थकों पर छोड़ा है। आज समर्थकों के साथ बैठक के बाद इसको ऐलान भी कर दिया जाएगा।
द्वाराहाट सीट से पिछले दो विधानसभा चुनाव में दावेदारी पेश कर चुके पार्टी के जिला उपाध्यक्ष कैलाश भट्ट ने टिकट कटने पर बगावती तेवर अपना लिए हैं। भट्ट के साथ ही उनकी समर्थकों ने इसे उपेक्षा करार देते हुए निर्दलीय चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया है। पूर्व प्रदेश पार्षद रह चुके कैलाश की ओर से बगावत के अंदेशा जिला स्तरीय पदाधिकारियों को पहले से था। भट्ट ने कहा कि अंतिम क्षण में धोखा हुआ। मन आहत है।
किच्छा विधानसभा सीट से अजय तिवारी ने बगावती तेवर दिखाए हैं। राजेश शुक्ला को टिकट दिए जाने से अजय तिवारी के समर्थकों ने इंटरनेट मीडिया पर अजय की फोटो के साथ निर्दल चुनाव लडने का ऐलान कर दिया है। अजय ने कहा कि किच्छा में 10 साल से संगठन व जनता की सेवा के लिए काम किया था। बहुत उम्मीद थी कि इस बार टिकट उन्हें मिलेगा। संगठन के सर्वे में उन्हें आगे दिखाया गया था। समर्थक उन्हें निर्दल चुनाव लड़ाना चाहते हैं। वह समर्थकों की वजह से ही हैं।
पिथौरागढ़ जिले की गंगोलीहाट सीट से मौजूदा विधायक मीना गंगोला का टिकट कटा है। मीना गंगोला ने सार्वजनिकतौर पर कोई बयान नहीं दिया है। 2017 से मीना गंगोला भाजपा में शामिल हुई थी। टिकट मिला और जीत भी हासिल की। वहां से फकीर राम को प्रत्याशी बनाया गया है। माना जा रहा है गंगोला भी निर्दलीय चुनाव लड़क का ऐलान कर सकती हैं
नैनीताल सीट से सरिता को टिकट दिए जाने के बाद हालांकि अब तक किसी तरह के बयान सामने नहीं आए हैं। लेकिन, माना जा रहा है कि यहां भी भीतर ही भीतर बगावती सुर पनप रहे हैं। भाजपा में टिकट की आस में शामिल हुए हेम आर्य भी खुलकर कुछ नहीं कह रहे हैं। उनकी आज समर्थकों के साथ बैठक है, उसके बाद आगे की रणनीति तय करेंगे।