पिथौरागढ़: आपने गुलदार के हमले में लोगों की मौत की खबरें तो सुनी होंगी, लेकिन यहां एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां गुलदार को बकरी के लिए अपनी जान गवांनी पड़ी। नैनी सैनी क्षेत्र में गुलदार के गुलदार पर नेनी सैनी का नरेश भारी पड़ गया। वो गुलदार से भिड़ गया और उसे मौत के घाट उतार दिया।
नरेश सिंह बकरी को बचाने गया तो गुलदार ने उस पर ही हमला कर दिया। आत्मरक्षा के लिए नरेंद्र सिंह गुलदार के साथ भिड़ गया। दोनों में गुत्थमगुत्था हुई। नरेश सिंह के हाथ में दराती थी और उसने दराती से गुलदार पर प्रहार किया। दराती के वार से गुलदार की मौत हो गई। इस दौरान ग्रामीण भी घायल हो गया।
घटना की सूचना वन विभाग को दी गई। वन रेंजर दिनेश जोशी के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जहां पर गुलदार का शव कब्जे में लिया। इस संबंध में नरेंद्र सिंह सहित यह सब देख रहे ग्रामीणों के बयान लिए गए। वन रेंजर दिनेश जोशी ने बताया कि मामला आत्मरक्षा का साबित हुआ।
गुलदार से बचाव के लिए नरेश सिंह ने दराती से उस पर वार किये जिसके चलते गुलदार की जान चली गई। गुलदार के शव का पोस्टमार्टम कर दिया गया है। आत्मरक्षा के मामला होने से किसी तरह की कार्यवाही नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि मृत गुलदार दो वर्षीय मादा गुलदार था।