देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा मानसून सत्र में आज कांग्रेस विधायक एक बार फिर आक्रमक नजर आए। कांग्रेस विधायक नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में ट्रैकटरों पर सवार होकर आए और साथ में गन्ना भी लेकर आए थे। कांग्रोस विधायक हाथों में गन्ना और तख्तियां लेकर विधानसभा में प्रवेश करने लगे, लेकिन उनको सुरक्षा मार्शलों ने रोक लिया। इस दौरान हल्की धक्का-मुक्की भी देखने को मिली।
इसके बाद सदन में विपक्ष के विधायक काज़ी निजामुद्दीन ने नियम 310 में किसानों का मुद्दा उठाया। उन्होंने प्रश्नकाल रोककर किसानों के मुद्दे पर चर्चा की मांग उठाई। विपक्ष के सभी विधायक एकजुट होकर लगातार मांग करते रहे। गन्ने को लेकर किसानों ने दसदन में आक्रमक रुख जारी रहा।
कांग्रेस विधायक काज़ी निजामुद्दीन ने कहा कि सरकार सदन में कमेटी के नाम सार्वजनिक करे। उन्होंने कहा कि एफआरपी 2016 में 230 रुपये प्रति कविंटल था। केंद्र सरकार ने 5 साल में मात्र 60 रुपये बढ़ाये, जो महगाई के दौर बहुत कम है। उन्होंने पूछा कि राज्य सरकार कितना मूल्य बढ़ाने जा रही है। विपक्ष ने भी आरोप लगाया कि मूल्य कागजों में बढ़ाया जा रहा है। किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है।
गन्ना मंत्री यतीश्वरानंद ने सदन में सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि पिछली बार समर्थन मूल्य 285 मूल्य था। सरकार ने उसे बढ़ाकर 290 कर दिया। सरकार ने गन्ना किसानों को प्रथमिकता के आधार पर भुगतान किया है। साथ ही कहा कि गन्ना किसान नगतद खाद भी ले सकते हैं। सरकार गन्ना किसानों को यंत्रों में सब्सिडी भी देगी।