देहरादून : उत्तराखंड में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। राजनीतिक दल तैयारियों में जुट गए हैं। भाजपा-कांग्रेस एक दूसरे पर पलटवार कर रहे हैं। क्षेत्रीय दलों के साथ ही इस बार आम आदमी पार्टी भी चुनावी रण में ताल ठोक रही है। चुनावी युद्ध को जीतने के लिए घोषणाएं भी होने लगी हैं। मुफ्त बिजली-पानी की बात के बाद अब कांग्रेस के दिग्गज पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक और बड़ी घोषणा की है।
उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी है, जिसमें उन्होंने कहा कि बहनों पर रुरसोई का बोझ बहुत बढ़ गया है। मैंन बहनों ऐ एक वादा किया है। उन्होंने कहा कि अगर हमारी सरकार आएगी तो ₹200 प्रति माह हम कुकिंग गैस सब्सिडी उनके खाते में राज्य की तरफ से देंगे। यानी साल में ₹2400। उन्होंने आगे कहा कि मैं जानता हूंँ, उनके ऊपर एनडीए की सरकार ने जितना बोझ लाद दिया है। उसमें ये सब्सिडी ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। ज्यों-ज्यों राज्य की आर्थिक स्थिति सुधरती जाएगी मैं यह सब्सिडी बढ़े उसके लिए काम करूंगा।
एक नई नवेली पार्टी और उसके राष्ट्रीय संयोजक पर्यटक के तौर पर यहां आकर के प्रति परिवार 300 यूनिट बिजली फ्री देने का वादा करते हैं। मैं विनम्रता से कहना चाहता हूंँ कि हमारे प्रयास से हमारे जो विद्युत-वितरण का काम करता है, वह निगम देश के अंदर तीसरे स्थान पर आ गया था और आज 13वें स्थान पर चला गया है। आज उसकी हालत इतनी खस्ता हो गई है कि उसका भविष्य में संभलना कठिन हो जाएगा। मगर वादा है तो मैं उस रुनई-नवेली-पार्टी के दूल्हे-दुल्हन जो भी हैं, उनसे कहना चाहता हूंँ कि जरा बताएं तो सही कि कैसे सत्ता में आते ही 300यूनिट-बिजली-मुक्त कर देंगे।
यदि कल तक वो नहीं बताते हैं तो मैं बताऊंगा कि रुसत्ता में आते ही कैसे 200 रुयूनिट तक बिजली फ्री करेंगे और किन-किन उपभोक्ताओं को उसका लाभ देंगे। अब आपको चुनना है हमारे 200 यूनिट और खोखले वादे 300 यूनिट के मध्य। हमारे पास योजना है, लोगों के पास केवल घोषणा है। हमारे पास एक स्पष्ट कार्यनीति है और उनके पास केवल राजनैतिक फायदा उठाने की भावना है।