चमोली: रैंणी गांव से कुछ आगे तमस में सोमवार रात को भूस्खलन हो गया था। भूस्खलन के कारण वहां करीब 200 लोग फंस गए थे। इसकी जानकारी एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को मिली। सूचना मिलने के बाद तुरंत टीमों को रवाना किया गया। फंसे लोगों में कुछ सेना के जवान भी शामिल थे। आज सुबह तक सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था।
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीमों ने रोप की मदद से कठिन परिस्थितियों में सभी को सुरक्षित आर-पार कराया। ये सभी रैणी गांव के पास तामस इलाके के निवासी थे। दूसरी ओर जोशीमठ-मलारी हाईवे भूस्खलन के कारण पिछले 10 दिनों से बंद हैं। एसडीआरएफ और बीआरओ ने भूस्खलन जोन के नीचे धौलीगंगा किनारे 1500 मीटर पगडंडी के सहारे 250 फंसे व्यक्तियों को पार कराया।
इसके अलावा लाता और मलारी में हेली रेस्क्यू के जरिए 30 अन्य नागरिकों को उनके गंतव्य तक छोड़ा गया। पहाड़ों पर लगातार भूस्खलन की खबरे आ रही है। लगातार हो रहे भूस्खलन की घटनाओं के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को भी लगातार सतर्कता से सफर करने की सलाह दी जा रही है।