रामनगर : तराई पञ्चमी डिवीजन के आमपोखरा रेंज के पथरुआ नाले में एक टाईगर घायल अवस्था में तड़फता रहा. बावजूद इसके कई घंटे बीत जाने के बाद भी उच्चधिकारी और मेडिकल टीम मौके पर नहीं पहुँची। इससे उच्च अधिकारियों और मेडिकल टीम की लापरवाही नजर आई।
ग्रामीणों ने वन विभाग के उच्चाधिकारी रेंजर, एसडीओ ओर डीएफओ के ऊपर बड़ी लापरवाही के आरोप लगाए और अपनी ओर से ग्रामीण शिकायती प्रार्थना पत्र विभाग के उच्चाधिकारियों को भेज कर कार्यवाही की मांग करने की बात कर रहे हैं। उच्चाधिकारी और मेडिकल टीम मौके पर नहीं पहुँची थी जिसके चलते घायल बाघ को मौत का सामना करना पड़ा। समय रहते विभाग की टीम मौके पहुंच जाती और उपचार हो जाता तो तो शायद जान भी बच सकती थी।
अब सवाल यह है कि आखिर बाघ कितने दिन से घायल अवस्था में घूम रहा था और गश्ती दल क्या कर रहे थे. इस मामले की जाँच होनी चाहिए और निष्पक्ष कार्यवाही होनी चाहिए। अब देखना ये होगा की अधिकारियों के द्वारा क्या कार्यवाही होती है।