अक्षय तृतीय के अवसर पर आज यानी की 22 अप्रैल को गंगोत्री- यमुनोत्री के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गये हैं। गंगोत्री धाम के कपाट 12 बजकर 35 मिनट पर खोल दिए गए। जबकि यमुनोत्री धाम के कपाट 12 बजकर 41 मिनट पर खुले।
शुक्रवार को मुखबा से रवाना हुई थी मां गंगा की डोली
गंगोत्री के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो गई थी। इसके तहत शुक्रवार को मुखबा से गंगा की डोली आर्मी बैंड की धुनों के साथ गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई।
फूल बरसाकर किया मां गंगा को विदा
मुखबा गांव की महिलाओं ने मां गंगा की डोली पर फूल बरसाकर विदा किया। इसके बाद तीर्थपुरोहित व श्रद्धालुओं ने मां गंगा की डोली के साथ पगडंडी से सात किलोमीटर तक पैदल चलकर गंगोत्री हाईवे पहुंचे। उसके बाद सड़क मार्ग से पैदल भैरो घाटी पहुंचे। भैरो मंदिर से मां गंगा की डोली ने रात्रि विश्राम किया। आज शनिवार सुबह मां गंगा की डोली आठ बजे गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई।