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कोटद्वार: नए नगर निगमों के गठन और निगम विस्तारीकरण के बाद सरकार ने घोषणा की थी कि नगर निगम के दायरे में आने वाले लोगों से 10 साल तक टैक्स नहीं लिया जाएगा। लेकिन, अब नगर निगम व्यापारियों और अन्य लोगों को नोटिस थमाकर टैक्स जमा करने के लिए दबाव बना रहा है। व्यापार मंडल ने विरोध किया है। व्यापारियों ने चेतावनी दी कि यदि टैक्स वसूली बंद नहीं की आंदोलन किया जाएगा।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष महेंद्र कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में व्यापारियों ने महापौर हेमलता नेगी को ज्ञापन दिया। व्यापारियों ने बताया कि कोटद्वार नगर निगम गठन के दौरान प्रदेश सरकार ने नगरवासियों से दस साल तक किसी भी प्रकार का कर नहीं वसूलने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब नगर निगम व्यापारियों से टैक्स वसूल रहा है। कर जमा नहीं करने पर व्यापारियों को नोटिस भी जारी किए जा रहे हैं। कोरोना के दौरान लगाए लाकडाउन के बाद से व्यापारियों आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं।
व्यापारियों को बिजली, पानी, दुकान का किराया सहित अन्य खर्चा निकालना भी मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में अब नगर निगम व्यापारियों से विभिन्न प्रकार के कर वसूल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की पूर्व में हुई घोषणा के अनुसार व्यापारियों से दस साल तक किसी भी प्रकार का कर वसूलना नियमों के विरुद्ध है। इस दौरान उन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दी है। कहा कि यदि निगम अपना निर्णय वापस नहीं लेता तो व्यापारी एकजुट होकर आंदोलन करेंगे।