उत्तराखंड में परिक्षाओं में नकल कराने का पूरा नेटवर्क ध्वस्त करने की तैयारी हो गई है। इस बारे सरकार की सख्ती के चलते न सिर्फ रसूखदार पकड़े जा रहें हैं बल्कि पुरानी परिक्षाओं में नकल कराने के आरोपियों की तलाश भी शुरु हो गई है।
इसी क्रम में अब सचिवालय रक्षक और कनिष्ठ सहायक (ज्यूडिश्यरी) के पदों के लिए हुए एग्जाम की जांच भी एसटीएफ के जिम्मे दे दी है। एसटीएफ अब इस पूरे मामले की जांच करेगी।
बड़ी खबर। UKSSSC पेपर लीक में यूपी से जूनियर इंजीनियर गिरफ्तार
वहीं एक और बड़ी खबर है कि एक बार फिर से फॉरेस्ट गार्ड भर्ती घोटाले का परीक्षण कराया जाएगा। ये परीक्षण भी एसटीएफ के जरिए ही होगा। आपको बता दें कि फॉरेस्ट गार्ड भर्ती घोटाले में हरिद्वार के मंगलोर और पौड़ी में मुकदमा दर्ज हुआ था। लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के चलते इसकी जांच ठंडे बस्ते में चली गई थी। इस परीक्षा के दौरान ब्लू टुथ डिवाइस के जरिए नकल का खुलासा हुआ था। इस मामले में हरिद्वार के मंगलोर में हाकम सिंह के नाम से बी मुकदमा दर्ज हुआ था। ये वही हाकम सिंह है जो मौजूदा वक्त में स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ की गिरफ्त में आ चुका है।
अब एसटीएफ इन सभी मामलों की फिर से जांच करेगी। माना जा रहा है कि एसटीएफ के फिर से जांच करने से कई बड़े नाम फंस सकते हैं। इनमें से कई नाम ऐसे हैं जो पिछली बार बच निकले थे।