केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता स्मृति ईरानी एक बड़े घोटाले में फंसती नजर आ रहीं हैं। स्मृति ईरानी की बेटी पर गोवा में मृत व्यक्ति के नाम पर बार का लाइसेंस लेने का आरोप लगा है। कांग्रेस ने इस मसले पर स्मृति ईरानी का इस्तीफा मांगा है।
कांग्रेस नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरटीआई के हवाले से बड़ा खुलासा किया है। कांग्रेस ने जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने कहा है कि, सूचना के अधिकार-आरटीआई से खुलासा हुआ है कि ईरानी की पुत्री जोइश ईरानी ने गोवा में स्थित अपने ‘सिली सोल्स कैफे एंड बार’ के लिए फ़र्ज़ी दस्तावेज़ के ज़रिए ‘बार लाइसेंस’ जारी करवाया है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि, आरटीआई लगाने वाली वकील को सूचना मिली है कि बीते 22 जून को बार के लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए जिस ‘एंथनी डीगामा’ के नाम से आवेदन किया गया उनकी पिछले साल मई में ही मौत हो चुकी है और आरटीआई लगाने वाले वकील को इनका मृत्यु प्रमाण पत्र भी मिला है। एंथनी के आधार काडर् से पता चला है कि वह मुंबई के विले पार्ले के रहने वाले थे।
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कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि मामला केंद्रीय मंत्री से जुड़ा है इसलिए सारे नियम ताख पर रख कर लाइसेंस जारी किया गया। गोवा की आबकारी नीति के मुताबिक राज्य में केवल मौजूदा रेस्टोरेंट को एक बार की शर्त पर सिर्फ एक लाइसेंस मिल सकता है लेकिन पिछले साल फरवरी में श्रीमती ईरानी के पारिवारिक रेस्टोरेंट को विदेशी शराब की खुदरा बिक्री के साथ ही भारत में निर्मित विदेशी और देशी शराब की खुदरा बिक्री के लिए भी लाइसेंस दे दिया गया। उन्होंने कहा कि दस्तावेजों से पता चला है कि बार लाइसेंस के लिए आवश्यक रेस्तरां लाइसेंस के बिना ही बार लाइसेंस जारी हुआ है।
कांग्नेस ने आरोप लगाया है कि इस फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद गोवा की भाजपा सरकार ने उत्पाद शुल्क आयुक्त नारायण गड को परेशान करने का खेल शुरू कर दिया। उन्होंने ही केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी द्वारा चलाए जा रहे इस अवैध बार और रेस्तरां को कारण बताओ नोटिस भेजा था।
कांग्रेस नेताओं ने ईरानी से सवाल किया कि वह बताएं कि यह धांधली किसके इशारे पर हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर तरह-तरह के सवाल पूछने वाली श्रीमती ईरानी आज अपने पारिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप पर चुप क्यों हैं?