राज्यसभा से फिसले त्रिवेंद्र कहां जाएंगे? कहीं बीजेपी ने भुला तो नहीं दिया?
दरअसल देहरादून के सुभाषनगर में दयानंट इंटर कॉलेज है। यहां शिक्षकों की तनख्वाह में से एनपीएस का अंशदान काटा जाता है। नियम के मुताबिक ये अंशदान एनपीएस खाते में जमा होना चाहिए। लेकिन यहां तीन अध्यापकों के वेतन से कटौती तो होती रही लेकिन सितंबर 2019 से एनपीएस में पैसे जमा नहीं किए गए। आरोप है कि विद्यालय के एक कर्मचारी ने अपने खाते में ये पैसा ट्रांसफर कर लिया।
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इस बात की भनक लगने के बाद शिक्षकों ने सीईओ मुकुल सती से मुलाकात की और पूरे प्रकरण की जानकारी दी। संगीन मामला देख सीईओ ने तीन सदस्यों की एक कमेटी गठित कर मामले की जांच के आदेश दिए हैं।