प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। बारिश के कहर के कारण प्रदेशभर से नदी नालों के उफान पर आने, भू-स्खलन और मार्ग बाधित होने की खबरे सामने आ रही हैं। इसी बीच पिथौरागढ़ में काली नदी के उफान में आने के कारण दो घर काली नदी में समा गए हैं।
Pithoragarh में उफनती काली नदी में समाए दो घर
पिथौरागढ़ में बारिश का कहर जारी है। यहां भारी बारिश के कारण काली नदी में उफान पर है। मंगलवार को धारचूला में काली नदी में दो आवासीय भवन समा गए। देखते ही देखते पूरा घर नदी में समा गया। मिली जानकारी के मुताबिक काली नदी के बढ़ते बहाव में गांव के कई और घर भी खतरे की जद में आ गए हैं।
दो भाईयों का घर नदी में समाया
मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम सभा रथी के खोतिला निवासी हसरत कुरैशी तथा शहादत कुरैशी दो भाइयों का मकान काली के तेज बहाव में बह गया। जिस समय घर नदी की चपेट में आ रहा था वहां लोग मौजूद थे। आनन-फानन में लोग घर से जरूरी सामान लेकर निकले ही थे। कि थोड़ी देर में घर नदी में समा गया।
मलबा आने से 500 बकरियां मलबे में दबी
बारिश के कारण लोगों की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। Pithoragarh जिले के कालापानी में भारी बारिश के चलते मलबा आने से 400 से 500 बकरियां इस मलबे में दब गई।
बताया जा रहा है कि देर रात कालापानी के मंदिर के पार ऊपर से आ रहे नाले में अचानक पानी बढ़ गया। पानी बढ़ने से मलबा आने लगा और इसमें सात लोगों की बकरियां दब गई। जबकि बकरी पालकों ने भागकर अपनी जान बचाई।