पिथौरागढ: उत्तराखंड में कई दिनों से बारिश का कहर बरप रहा है। बीते दिनों बारिश ने तांडव मचाया। प्रदेशभर से भूस्खलन की खबरें सामने आ रही हैं। बड़ी खबर पिथौरागढ़ के धारचूला से है जहां जुम्मा में भीषण भूस्खलन से सात घर जमींदोज हो गए हैं। खबर है कि 6 से 9 लोग लापता हैं। रेस्क्यू अभियान में अब तक तीन बच्चों समेत चार शव बरामद कर लिए गए हैं। कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, राजस्व दल मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। हाइवे सहित सभी पैदल मार्ग बंद होने से गांव तक पहुंचना मुश्किल हो गया है।
मिली जानकारी के अनुसार आपदा नेपाल में बादल फटने से आई है। आपदा से आंतरिक मार्ग के साथ धारचूला तपोवन में एनएचपीसी के दो आवासीय परिसर काली नदी में समा गए हैं। फंसे लोगों को निकालने के लिए राहत बचाव कार्य चल जारी है। रविवार को जुम्मा में भूस्खलन हो गया। इससे छह घर ध्वस्त हो गए। घटना में 6 से 9 लोगों के लापता होने की आंशका जताई जा रही है।
पिथौरागढ़ जनपद के जुम्मा गांव के पास भूस्खलन की वजह से 2 लोगों की दुखद मौत एवं 5 अन्य की मलबे में दबे होने की खबर है।
इस विषय में जिलाधिकारी से बात कर रेस्क्यू मिशन तेज करने का निर्देश दिया है। मैं वहां फंसे लोगों की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 30, 2021
सूचना मिलने के बाद बचाव और राहत दल घटनास्थल को रवाना हो गया है। लेकिन आंतरिक मार्ग ध्वस्त होने से रेस्क्यू टीम के लिए गांव तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। घटना के तीन घंटे बाद भी प्रशासन की टीम घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी है। वहीं नेपाल में बादल फटने के बाद काली नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है।खतरे को देखते हुए प्रशासन ने तट पर बसे लोगों को घर छोड़ सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा है। मौसम विभाग ने विभाग के अनुसार आज नैनीताल, पिथौरागढ़ जिलों में कहीं कहीं तीव्र बौछार के साथ भारी बारिश का येलो अलर्ट है।