चमोली से बड़ी खबर है। बता दें कि रविवार को ग्लेशियर फटने से तबाही मच गई। जोशीमठ के कई गांव इसकी चपेट में आ गए।एवलांच के बाद ऋषिगंगा और फिर धौलीगंगा पर बने हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया है। बांध टूटने से गंगा और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। इसे देखते हुए राज्य में चमोली से लेकर हरिद्वार तक रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं इस दौरान कार्य कर कई मजदूर इस तेज पानी के बहाव की चपेट में आ गए। बता दें कि खबर है कि एसडीआरएफ और टीमो ने कई और शव बरामद किए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार आपदा में मारे गए लोगों की संख्या अब 18 हो गई है। आपदा के बाद बचाव दलों ने अब तक 18 शवों को खोज निकाला है। जबकि लापता हुए लोगों को आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां आंकड़ा अब 202 हो गया है। लापता लोगों में रैणी गांव के 2, करछो के 2, तपोवन ऋषित्व कंपनी के 121, रिंगी गांव के 2, ऋषि गंगा कंपनी के 46, ओम मेटल कंपनी के 21, एचसीसी के 3 और तपोवन गांव के 2 लोग लापता हैं। अलग अलग टनलों में अभी तक 25 से 35 लोग फंसे हुए हैं। 12 लोगों को बचाव दलों ने सुरक्षित निकाल लिया है।
वहीं बता दें कि हेलीकॉप्टर से आपदा प्रभावित लोगों को राशन पहुंचाया जा रहा है। चमोली में आपदा प्राभावितों के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग ने राशन की एक हजार किट तैयार की है। जिसमें आटा, दाल, चीनी, चायपत्ती, नमक, मोमबत्ती, माचिस, तेल , मसाले, साबुन आदि शामिल हैं। डीएम स्वाति भदौरिया औऱ डीजीपी अशोक कुमार मोर्चा संभाले हैं।