देहरादून : राजधानी देहरादून में जमीन बेचने के नाम पर ठगी के मामले रोजाना बढ़ते जा रहे हैं। एक दिन पहले ही एसटीएफ ने 100 करोड़ की जमीन धोखाधड़ी के मामले का खुलासा किया था। उसके अगले दिन एक और मामला सामने आया है। रिटायर कर्नल से प्लाट दिलाने के नाम पर दो महिलाओं समेत तीन आरोपितों ने सेवानिवृत्त कर्नल से 15 लाख रुपये ठग लिए। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार सुमिता खत्री पत्नी कर्नल (रिटा.) रमेश खत्री निवासी द्वारिका राजपथ नगर दिल्ली ने पुलिस से शिकायत की है। उनका आरोप है कि उन्होंने कांता देवी और उनके बेटे अजय कुमार से देहरादून के चंदन नगर में एक प्लाट खरीदा था। आरोपितों ने सुमिता को विश्वास में लेकर आठ जून 2019 को 15 लाख रुपये ले लिए। उन्होंने 21 दिसंबर 2019 तक रजिस्ट्री करवाने को कहा था।
प्लाट की जब पैमाइश की गई तो उसका क्षेत्रफल कम पाया गया। शिकायतकर्ता ने जब विरोध किया तो आरोपियों ने धमकी देते हुए कहा कि, जितनी जमीन मिल रही है, उतनी ही लेनी पड़ेगी। इस पर उन्होंने सात दिसंबर को अधिवक्ता के माध्यम से आरोपितों को रुपये लौटाने के लिए नोटिस भेजा। नोटिस के जवाब में कहा कि अभी उनके पास रुपये नहीं हैं। रुपये लौटाने के लिए उन्हें थोड़ा समय दिया जाए। 28 दिसंबर 2019 को पीड़ित पक्ष को गारंटी के तौर पर 15 लाख रुपये का चेक देकर 31 दिसंबर 2020 तक रजिस्ट्री करने की बात कही थी। यह भी कहा था कि इस तिथि तक रजिस्ट्री नहीं होने पर वह चेक को बैंक में लगाकर अपनी धनराशि प्राप्त कर सकती हैं।
सुमिता ने बताया कि जुलाई 2020 में अजय कुमार का निधन हो गया। पति के साथ वह शोक व्यक्त करने के लिए अजय सिंह के घर पहुंची तो वहां कांता देवी, विजय मित्तल और टीना मित्तल ने उन्हें विश्वास दिलाया कि उनकी धनराशि वापस मिल जाएगी। 22 सितंबर 2021 को सुमिता को पता चला कि कांता ने प्लाट में से अपना भाग बेटे विजय मित्तल को उपहार पत्र के माध्यम से दे दिया है। 26 सितंबर 2021 को पीड़ित आरोपितों के घर पहुंचे तो उन्होंने अंदर नहीं आने दिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। शहर कोतवाल कैलाश चंद्र भट्ट ने बताया कि आरोपित कांता देवी, विजय मित्तल और टीना मित्तल निवासी चंदन नगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।