नई दिल्ली: देश में 206 दिन बाद कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या सबसे कम हो गई है। सक्रिय मामलों का मतलब ऐसे मरीजों से है, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, ऐसे मरीजों की संख्या 2.36 लाख है। इससे पहले 16 मार्च 2021 को देश में सबसे कम 2.34 लाख एक्टिव केस थे।
हालांकि, परेशान करने वाली बात यह है कि हर बार त्योहार के बाद कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ। साल 2020 की दीवाली और 2021 की होली के बाद भी कोरोना के नए मामलों में काफी ज्यादा उछाल आया था। अब दशहरा और दीवाली आदि त्योहार आने वाले हैं, जिसके मद्देनजर बाजार में भीड़ बढ़ गई है।
देश में अब तक 3.39 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 3.32 करोड़ लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 4.50 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। 2.36 लाख मरीजों का अभी इलाज चल रहा है। इसे ही एक्टिव कहते हैं। पिछले एक हफ्ते के आंकड़ों पर नजर डालें तो इस बार 13ः कोरोना केस और 6ः मौतों में गिरावट दर्ज हुई है।
पिछले साल अक्तूबर से नवंबर के बीच ईद, दशहरा, दीवाली, छठ पूजा जैसे त्योहार मनाए गए। इस बीच नवंबर के दूसरे हफ्ते तक कोरोना के मामले कम हुए, लेकिन फिर अचानक से बढ़ गए। 23 नवंबर तक देश में एक्टिव केस 4.38 लाख थे, जो 26 नवंबर तक बढ़कर 4.55 लाख हो गए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले साल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि त्योहारों में लोगों की लापरवाही का नतीजा बाद में देखने को मिलता है। हुआ भी ऐसा ही कि त्योहारों के बाद तेजी से कोरोना के मामले बढ़े और स्थिति कंट्रोल से बाहर हो गई।