चमोली -जिला चमोली के तहसील जोशीमठ स्थित प्रसिद्ध हाथी पर्वत का एक बड़ा हिस्सा सोमवार दोपहर अचानक टूट कर चट्टान से बद्रीनाथ हाईवे की ओर गिर पड़ा जिससे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। पहाड़ टूटने से कुछ समय के लिए आसपास का वातावरण धुंध मग्न हो गया. हालांकि अभी तक कोई जान माल के नुकसान की सूचना नहीं है। स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंची और धरातलीय निरीक्षण किया। परंतु फिलहाल बड़ा नुक़सान होने से बच गया है।
आजकल मानसून सत्र चल रहा है। पहाड़ों में लगातार भूस्खलन और बाढ़ की घटनाओं के साथ साथ बादल फटने की घटनाएं आम बात हो गई है। प्रकृति प्रेमी ऐसी विध्वंसकारी घटनाओं को पहाड़ों में हो रहे अनियोजित तरीकों से विकास कार्यों के चलते अंधाधुंध पहाड़ों से छेड़छाड़ का कारण बता रहे हैं। बताते हैं कि सरकारी ओ या निजी निर्माण कार्य बिल्कुल अवैज्ञानिक तरीके से किए जा रहे हैं।
प्रर्यावरण एवं प्रकृति को रोज रोज नुकसान पहुंचाया जा रहा है तो प्रकृति भी अपने रोद्ररूप में आकर अति भौतिकवादी मनुष्यों को पलटकर जवाब भी दे रही है। परंतु इंसान हैं कि चेतने के लिए तैयार नहीं हैं। कुल मिलाकर समय रहते हुए अगर इंसान प्रकृति के संरक्षण के लिए संवेदनशील नहीं होगा तो आने वाले दौर में प्रकृति और भी भयानक रूप से इंसान की असंवेदनशीलता को सबक सिखाने में कोई कोर कसर नहीं छोडने वाली है।