पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक पर बीकेयू (भारतीय किसान यूनियन) नेता राकेश टिकैत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें सुनने को मिल रही हैं कि प्रधानमंत्री पंजाब से बचकर आए हैं। अगर ऐसा है तो आप वहां क्यों गए? यह पूर्ण रूप से सहानुभूति बटोरने का एक सस्ता जरिया खोजने का प्रयास है।
टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार का कहना है कि सुरक्षा में चूक हुई है। इसके उलट पंजाब सरकार का कहना है कि प्रधानमंत्री वहां नहीं गए क्योंकि उनकी रैली में कुर्सियां खाली थीं। दोनों केवल अपना बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं। जब पीएम पंजाब आ रहे थे तो उन्होंने सुरक्षा को लेकर क्या इंतजाम किए थे? उन्होने कहा कि इस बात की जांच जरूरी है कि वापसी सुरक्षा में चूक है या फिर किसानों का आक्रोश है।
बुधवार को पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फिरोजपुर में दौरा था। भारी बारिश के कारण पीएम को सड़क मार्ग से जाना पड़ा लेकिन इस दौरान हुसैनीवाला से 30 किलोमीटर दूर रास्ते में प्रदर्शनकारी मिल गए जिस कारण उनका काफिला तकरीबन 20 मिनट बेहद असुरक्षित क्षेत्र में रुका रहा। जिस इलाके में पीएम मोदी का काफिला रुका था, वह आतंकियों के अलावा हेरोइन तस्करों का गढ़ माना जाता है। पिछले साल सितंबर माह में इसी क्षेत्र में आतंकी वारदात को अंजाम दिया गया था। लिहाजा केंद्रीय गृह मंत्रालय के अलावा पीएम सिक्योरिटी के तमाम अधिकारियों के चेहरे पर शिकन पैदा होना जायज था। इसके बाद से पंजाब में सियासत गरमा गई थी।
सुरक्षा कारणों की वजह से प्रधानमंत्री के फिरोजपुर के कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया। उनका काफिला बठिंडा एयरपोर्ट पर लौट आया। केंद्र ने पंजाब सरकार से इस घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। बठिंडा एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री ने पंजाब सरकार के अफसरों से कहा, ’’अपने सीएम को थैंक्स कहना कि मैं बठिंडा एयरपोर्ट तक जिंदा लौट पाया।