केंद्र सरकार द्वारा आगामी कुंभ को लेकर जारी एस ओ पी को लेकर व्यापारियों ने आज हरिद्वार में डमरु बजा कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान व्यापारियों ने साफ तौर पर कहा कि जब कुंभ में कोरोना के खतरे को देखते हुए प्रतिबंध लगाया जा रहा है और जांच की बात की जा रही है तो फिर कुंभ का आयोजन भी क्यों किया जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि एक तरफ सरकार कुंभ के आयोजन संतों को दान दे रही है और दूसरी तरफ हरिद्वार का व्यापारी आर्थिक मंदी झेल रहा है। व्यापारियों का कहना है कि केंद्र सरकार की एसओपी से श्रद्धालु हरिद्वार का कम रुख करेंगे जिससे उनका व्यापार मंदा हो जाएगा।
बता दें कि कोरोना महामारी के कहर के बीच कुंभ मेला 2021 का आयोजन किया जा रहा है। देश भर के श्रद्धालू इसमे शिरकत करेंगे। पूरी दुनिया कोरोना जैसी भयानक महामारी से जूझ रही है. हरिद्वार में कुंभ मेले की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. 12 वर्ष बाद होने जा रहे कुंभ स्नान को लेकर देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु आते हैं. मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या कहीं से कोरोना फैलने का खतरा न बढ़ जाये, इसके लिए केंद्र सरकार ने एसओपी जारी कर दी है. इसके साथ ही उत्तराखंड सरकार को जिम्मेदारी दी है कि किसी भी हालत में इस आयोजन की वजह से कोरोना नहीं फैलना चाहिये. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत उत्तराखंड सरकार इस बात का भी पूरा ध्यान रखेगी कि जो भी श्रद्धालु आ रहे हैं, उनका रजिस्ट्रेशन हो और मेडिकल सर्टिफिकेट भी उनसे लिए जाएं. वहीं इस बात के भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि उत्तराखंड सरकार इस बात के निर्देश सभी राज्यों को भेज दे कि 65 साल से ऊपर की उम्र के बच्चों को कुंभ मेले में ना भेजा जाए. इसके अलावा गंभीर किस्म की बीमारियों से प्रभावित लोगों को भी कुंभ मेले में आने के लिए मनाही हो.