उत्तर प्रदेश के मथुरा से दो बार सांसद रहीं और सिने स्टार हेमामालिनी के ग्लैमर की काट करने के लिए कांग्रेस ने अंततरार्ष्ट्रीय मुक्केबाज बिजेंदर सिहं को चुनाव मैदान में उतारा है। कांग्रेस से शनिवार को विजेंदर सिंह को मथुरा लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया है। इससे जिले के जाट बाहुल्य मतादाताओं को भी आकर्षित किया जा सकेगा।
इंडिया गठबंधन में मथुरा लोकसभा सीट कांग्रेस के खाते में आई है। यहां से बॉक्सर विजेंदर सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। विजेंदर सिंह ने पिछली बार दिल्ली से भी लोकसभा चुनाव लड़ा था। दरअसल मथुरा से भाजपा की हेमामालिनी दो बार की सांसद रही हैं।
विजेंदर सिंह और हेमा मालिनी का मुकाबला रोचक
लोकसभा चुनाव 2014 में हेमामालिनी ने रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को करीब तीन लाख वोटों से हराया था। वहीं लोकसभा चुनाव 2019 में उन्होनें रालोद के ही कुंवर नरेंद्र सिंह को रिकॉर्ड वोटों से हराया था। वह भी तब जब मथुरा को रालोद का ही गढ़ माना जाता रहा है। जबकि कभी बेहतर जनाधार वाली पार्टी रही कांग्रेस पिछले कई चुनावों में हाशिए पर चली गई, लेकिन विजेंदर सिंह के चुनाव मैदान में उतरने के बाद मुकाबला रोचक हो जाएगा।
इस बार का लोकसभा चुनाव ज्यादा हाई प्रोफाइल
मथुरा संसदीय सीट को हमेशा से ही हाईप्रोफाइल माना जाता रहा है। कभी चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियो के कद के देखते हुए तो कभी राजनैतिक समीकरणों के दृष्टिगत। पिछले लोकसभा चुनाव से इस बार का लोकसभा चुनाव ज्यादा हाई प्रोफाइल हो गया है, जहां हेमामालिनी के मुकाबले कांग्रेस ने अतंर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त खिलाड़ी को उतारा है।
हेमा मालिनी को कर सकते हैं पांच कारण परेशान
- बेनीवाल जाट बाहुल्य मथुरा में विजेंदर सिंह जातिगत वोट हासिल कर सकते हैं।
- भाजपा प्रत्याशी का जनता से अपेक्षाकृत कम मेल-मिलाप का चुनाव में बन सकता है मुद्दा
- युवा प्रत्याशी और उम्र के मानक पर कांग्रेस प्रत्याशी की कराई जाएगी ब्रांडिंग
- सड़कों पर उतरकर जनता से सीधे जुड़ाव का दिया जाएगा संदेश
- कांग्रेस ने ग्लैमर से ग्लैमर को मात देने की रणनीति पर काम किया है जो भाजपा के लिए मुश्किल बढ़ी कर सकती है।