चमोली जिले में भी बारिश का कहर देखने को मिला. बीते दिन पीपलकोटी मठ, बेमरू, स्यूण आदि के ग्रामीणों के आवागमन के लिए ग्रामीणों द्वारा बनाया गया लकड़ी का अस्थाई पुल भारी बारिश के कारण तेज बहाव में बह गया।यह लकड़ी का कच्चा पुल लुदाउ गधेरा के उफान पर होने से अस्थाई पुल बह गया है। जिससे ग्रामीणों को आवाजाही में परेशानी उठानी पड़ रही है क्योंकि केवल उनकी आवाजाही का एकमात्र साधन अस्थाई पुल ही था जो की बारिश की भेंट चढ़ गया।
जिले में दो दिनों से लगातार रूक-रूक कर हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हो कर रह गया है।शनिवार को पीपलोटी, मठ, बेमरू, स्यूण गांव को जोडने वाला लुदाउ गदेरा पर अस्थाई लकड़ी की पुलिया बहाव में बह गया है। पूर्व ग्राम प्रधान बेमरू रविंद्र सिंह नेगी, स्यूण ग्राम प्रधान मनोरमा देवी ने जानकारी देते हुए बताया कि पीडब्लूडी द्वारा ग्रामीणों के लिए अस्थाई लकड़ी का पुल बनाया गया था। जो बीती रात भारी बारिश के कारण बह गया है। जिला आपदा कंट्रोल रूम को जानकारी दे दी गई है।
वहीं गांव को जोडने वाले पैदल संपर्क मार्ग भी जगह -जगह क्षतिग्रस्त हो गए है। जिससे ग्रामीणों के लिए दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। इस मौके पर ग्रामीण मगन लाल, राकेश नेगी, मनमोहन सिंह, विनोद सिंह, पान सिंह, बलविर सिंह ने बताया कि बेमरू गांव के विभिन्न तोक, जखनार तोक, मोगा- मरछवाडी तोक की पेयजल लाइने भी क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे ग्रामीणों को 2 किलोमीटर दूर प्राकृतिक स्रोत से पेयजल आपूर्ति करनी पड रही है।