चमोली : शहरों औऱ गांवों की जिंदगी में जमीन-आसमान का फर्क होता है। शहरों में हर जरुरत की चीज चंद कदमों और दूरी पर मिल जाती है लेकिन गांवों में ये सब थोड़ा मुश्किल होता है जिसका सबसे पहला कारण है मूलभूत सुविधाओं का ना होना। बात करें बैंक एटीएम की तो शहरों में चंद कदमों पर ही सभी बैंक मिल जाएंगे लेकिन गांव के लोगों को समय निकाल कर कई किलोमीटर दूर बाजार आना पड़ता है और बैंक का काम निपटाना प़ड़ता है और अगर नेट कनेक्टिविटी गई तो मानों आपका बाजार आना बेकार रहा है। लेकिन भारत चीन सीमा के निकट भारत के सीमांत गांवों के ग्रामीणों को बैंक से पैसा निकालने के लिये अब सहकारी बैंक चमोली का एटीएम वैन गांवों की सड़क तक पहुंचा है । इससे ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर ही बैंकिंग सेवाएं मिल रही है। चमोली जिले के सहकारी बैंक को नाबार्ड के सहायोग से मिली एटीएम वैन को उच्च हिमालयी क्षेत्र नीति मलारी,माणा घाटी क्षेत्र में भी सेवा दे रही हैं।
जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि एटीएम वैन जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में भेजी जा रही है। जहां लोगों के लिए एटीएम की सुविधा नहीं हैं । एटीएम वैन वहां की निकटतम सड़क तक बैकिंग सुविधाए दे रही है। गमशाली के ग्रामीणों का कहना है कि गांव से बाजार जाने में जहा 400 से 500 रूपये एक आदमी का खर्च होता था। अब एटीएम वैन की सुविधा से हमारा किराया भी बच रहा है और हमें पैसे निकालने में दिक्कत नहीं हो रही है।