पंजाब: पंजाब कांग्रेस में एक बार फिर सियासी हलचल शुरू हो गई है। एक बार फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत हो गई है। राज्य के वरिष्ठ मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा के घर पर 3 मंत्रियों, प्रदेश कांग्रेस महासचिव प्रगट सिंह समेत 28 विधायकों ने बैठक करके कैप्टन को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने की मांग की है। इस मीटिंग के बाद चारों मंत्री और परगट सिंह और पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू से मिलने पहुंचे।
पटियाला में सिद्धू से मुलाकात के बाद इन नेताओं ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत से बात की। हरीश रावत ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि पंजाब के कुछ नेता उनसे और पार्टी हाईकमान से मिलना चाहते हैं। उन्होंने इन नेताओं को देहरादून बुलाया है। सूत्रों के अनुसार कैप्टन विरोधी खेमे के ये नेता आज ही देहरादून रवाना हो रहे हैं।
हरीश रावत से चर्चा के बाद इनकी दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात होगी। इसके लिए सोनिया गांधी से समय मांगा गया है। कैप्टन के खिलाफ बगावत करने वाले मंत्रियों में तृप्त राजिंदर बाजवा के अलावा सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुख सरकारिया और चरणजीत सिंह चन्नी शामिल हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का प्रधान बनाने में हरीश रावत की मुख्य भूमिका रही है। अब देखना ये है कि कैप्टन विरोधी खेमे में शामिल इन नेताओं के साथ बैठक के बाद हरीश रावत कांग्रेस हाईकमान को क्या रिपोर्ट देते हैं? पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की कुर्सी का भविष्य एक हद तक हरीश रावत की इस रिपोर्ट पर भी टिका रहेगा।
उधर, इससे पहले चंडीगढ़ में तृप्त राजिंदर बाजवा के घर हुई बैठक के बाद मंत्री चन्नी, रंधावा और बाजवा ने कहा कि पंजाब के कांग्रेसी लीडर और वर्कर इस बात को लेकर चिंतित है कि कांग्रेस के चुनावी वायदे पूरे नहीं हुए। बेअदबी करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही और न ही बिजली समझौते रद्द हुए हैं। अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इसको लेकर उन्होंने कुछ नहीं कहा, लेकिन इशारा नवजोत सिद्धू की तरफ है।