2022 विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है. यूपी में सियासी भूचाल उठने लगे हैं. लगातार दूसरे दिन योगी सरकार के एक दो मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. इतना ही नहीं कई विधायकों ने भी पार्टी छोड़ दी है. दूसरी और भाजपा डैमेज कंट्रोल में भी जुटी है और एक्शन भी लिया जा रहा है. पूरे पांच सात तक जिन स्वामी प्रयाद मौर्य पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, भाजपा छोड़ते ही गिरफ्तारी का वारंट जारी हो गया है.
उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ एमपी-एमएलए कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. सुल्तानपुर के कोर्ट ने उनको आगामी 24 जनवरी तक पेश होने का आदेश दिया है. साल 2014 में देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में बुधवार को पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य अदालत में हाजिर नहीं हुए तो अपर मुख्य दंडाधिकारी एमपी-एमएलए ने आरोपित पूर्व श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ पूर्ववत जारी गिरफ्तारी वारंट को जारी करने का आदेश दिया है. अब इस मामले में 24 जनवरी को सुनवाई की तारीख तय हुई है.
साफ कर दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ यह नया गिरफ्तारी वारंट नहीं है. वारंट पहले से जारी था, लेकिन इन्होंने हाईकोर्ट से 2016 से इस पर स्टे ले रखा था. इसी 6 जनवरी को MP-MLA कोर्ट ने मौर्य को 12 जनवरी को हाजिर होने को कहा था, जब वह हाजिर नहीं हुए तो वारंट पूर्ववत जारी कर दिया गया.