चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। अगर आप भी चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं या आने का प्लॉन बना रहे हैं तो ये जरूरी दिशा-निर्देश जरूर पढ़ लें।
चारधाम यात्रा को लेकर एडवाइजरी जारी
चारधाम यात्रा को लेकर सरकार तैयारियों में जुदी हुई है। जल्दी ही यात्रा शुरू होने वाली है। लेकिन अचानक से यात्रा के पहले मौसम ने करवट बदली है। पहाड़ी इलाकों में मौसम विभाग ने मौसम खराब रहने का अलर्ट जारी किया है। जिसको देखते हुए सरकार ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने बुधवार को स्वास्थ्य एडवाइजरी जारी की है।
इसलिए एडवाइजरी का पालन है जरूरी
चारधाम यात्रा में सभी तीर्थ स्थल उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित हैं। इन सभी की समुद्र तल से ऊंचाई 2700 मीटर से भी ज्यादा है। यात्री इन स्थानों में अत्यधिक ठंड, कम आद्रता, कम हवा का दबाव और कम ऑक्सीजन की मात्रा से प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए सभी को इस एडवाइजरी का पालन करना जरूरी है।
यात्रा से पहले ही कर लें ये तैयारी
अगर आप इस बार चारधाम यात्रा में आने की तैयारी कर रहे हैं तो ये तैयारी पहले ही कर लें। यात्री खुद को वातावरण के अनुरूप अनुकूलन के लिए समय दें। यात्रा की योजना को कम से कम सात दिनों के लिए बनाए। रोजाना पांच से दस मिनट के लिए श्वास व्यायाम का अभ्यास करें।
इसके साथ ही रोजाना 20-30 मिनट टहलें। अगर यात्री की आयु 55 वर्ष है या वह हृदय रोग, अस्थमा, उच्च रक्तचाप, या मधुमेह से ग्रस्त है, तो यात्रा के लिए फिटनेस सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य जांच करवाएं।
ये यात्री रखें अपना विशेष ध्यान
55 वर्ष की आयु वाले यात्री, गर्भवती महिलाएं, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, और मधुमेह के इतिहास वाले यात्री अधिक मोटापे से ग्रस्त यात्री अपना विशेष ध्यान रखें। इसके साथ ही यात्री यात्रा के दौरान कम से कम दो लीटर तरल पदार्थ पीएं और भरपूर पौष्टिक आहार लें।
कोई भी स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या होने पर 104 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें। यात्रा के दौरान शराब, कैफीनयुक्त ड्रिंक्स, नींद की गोलियां और मजबूत या शक्तिशाली दर्द निवारक दवाओं का सेवन न करें। इसके साथ ही धूम्रपान से भी बचें।
ये जरूरी सामान रख लें अपने साथ
यात्रियों को यात्रा के दौरान अपने साथ गर्म कपड़े जैसे- ऊनी स्वेटर, थर्मल, मफलर, जैकेट, दस्ताने, मोजे आदि रखने को कहा गया है। बारिश से बचने के लिए रेनकोट, छाता हमेशा अपने साथ रखें। इसके साथ ही स्वास्थ्य जांच उपकरण पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर अपने पास रखें।
उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह और हृदय रोग वाले यात्रियों के लिए
- सभी जरूरी दवा, परीक्षण उपकरणों के साथ ही और अपने घर के चिकित्सक का संपर्क अपने पास रखें।
- यात्रा से पहले ही मौसम रिपोर्ट की जांच करें। अगर आपके डॉक्टर यात्रा न करने की सलाह देते हैं, तो यात्रा बिल्कुल भी न करें।
यात्रा के दौरान रखें इन बातों का ध्यान
- अपनी सुविधा के लिए यात्रा मार्ग के साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा रखे गए संचार को देखें और सभी दिशा निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें।
- चिकित्सा राहत केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल या उत्तराखंड चिकित्सा इकाई की पहचान करने के लिए इमारतों पर स्पष्ट नाम बोर्ड देखें।
- अगर आप या आपके परिवार के किसी भी सदस्य को सीने में दर्द, सांस की तकलीफ (बात करने में कठिनाई), लगातार खांसी, चक्कर आना, भटकाव, उल्टी, बर्फीली/ ठंडी त्वचा, शरीर के एक तरफ कमजोरी / सुन्नता जैसे लक्षणों में से कोई भी महसूस हो रहा है, तो कृपया तुरंत निकटतम चिकित्सा इकाई पर पहुंचें।