हल्द्वानी: आपदा से कुमाऊं मंडल में भारी नुकसान हुआ है, सरकारी संपत्ति को करीब 2000 करोड़ के नुकसान का आकलन किया गया है। कुमाऊं में अब तक 61 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 4 लोग अभी भी लापता हैं। आपदा में घायल 36 लोगों को रेस्क्यू कर इलाज के लिए भेजा गया है।
एयर फोर्स के 7 हेलीकॉप्टर और एक निजी हेलीकॉप्टर आपदा राहत और बचाव कार्य में लगाए गए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के जवान भी सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं। मोटर मार्ग से 8315 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। कुमाऊं मंडल में दो राष्ट्रीय राजमार्ग अभी भी बंद है। आपदा से कुमाऊं में 12 पुलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
कुमाऊं के 6 जिलों में बिजली, पेयजल और संचार सेवा भी बुरी तरीके से प्रभावित हुई है। हालांकि कई जगह में बिजली आपूर्ति सुचारू कर दी गई है, लेकिन पेयजल सप्लाई भी अभी कई जगह बाधित है। हल्द्वानी मंडी में कुमाऊं का खाद्यान्न सेंटर बनाया गया है, जहां से पहाड़ी क्षेत्रों को खाद्यान्न की सप्लाई की जाएगी। सभी जिलाधिकारियों को आपदा के लिए 10 करोड़ की राशि दी गई है।
जरूरत पड़ी तो उसको और भी बढ़ाया जा सकता है और जिलाधिकारी अपने विवेक अनुसार उसको खर्च कर सकते हैं। इसके अलावा बिहार के रहने वाले 8 लोगों के शवों को उनके घर भेजा जा रहा है। कुमाऊं कमिश्नर के मुताबिक रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है और आपदा प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।