पिथौरागढ़ में 8 साल की पोती को बचाने के लिए बूढी दादी भी नदीं में कूद गई औऱ दोनों लापता बताए जा रहे हैं। वहीं इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पुलिस समेत एसडीआरएफ की टीम पहुंची है। दोनों की तलाश की जा रही है लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है।
आपको बता दें कि दोनों गांव के लिए किसी बच्चे के जनेऊ संस्कार में भाग लेने के लिए लाटेश्वर मंदिर पहुंचे थे। पैर फिसलने से 8 साल की लतिका को प्यासलगी थी और वो दादी के साथ पानी पीने काली नदी में गई जहां उसका पैर फिसल गया और वो नदी में जा गिरी। वहीं पोती को बचाने के लिए 52 साल की दादी ने भी नदी में छलांग लगा दी। दोनों ही नदी के बहाव में लापता हो गए हैं। मामले की सूचना झूलाघाट पुलिस को दी गई। मौके पर पुलिस और एसडीआरएफ पहुंची जहां टीम दोनों की तलाश में जुटी है। मामला रविवार का करीब दोपहरर 1 का है। झूलाघाट से करीब 6 किमी दूर सीमू के लाटेश्वर मंदिर के पास की है। काली नदी किनारे नेपाल सीमा से लगे कानड़ी ग्राम पंचायत के राजस्व गांव सीमू में काली नदी किनारे प्रमुख तीर्थस्थल लाटेश्वर मंदिर है। इस मंदिर में स्थानीय किशोरों का उपनयन संस्कार होता है। रविवार को भी गांव के एक किशोर का यहां पर जनेऊ संस्कार था। दोनों इसी में शामिल होने आए थे। वहीं जानकारी मिली है कि दोनों का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है।