देहरादून : त्रिवेंद्र रावत के कार्यकाल के दौरान लिए गए देवस्थानम बोर्ड के फैसले को भंग करने की मांग को लेकर आज बुधवार को तीर्थपुरोहित प्रदेश के नए सीएम तीरथ सिंह रावत से मिले। इस दौरान उन्होंने चारधाम यात्रा के दौरान होने वाली कई समस्याओं के बारे में सीएम को अवगत कराया। वहीं मीडिया से बात करते हुए तीर्थपुरोहितों ने कहा कि हमेशा कहा जाता है कि चारधाम की व्यवस्था चाक चौबंद है लेकिन महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं होती और न ही यात्रियों के रहने खाने की व्यवस्था होती है। ये सारी व्यवस्थाएं तीर्थपुरोहित ही यात्रियों के लिए उपलब्ध कराते हैं लेकिन त्रिवेंद्र रावत ने अपने कार्यकाल में देवास्थानम बोर्ड का गठन कर गलत फैसला लिया जिसे वो भंग करने की मांग को लेकर नए सीएम से मिले।
लेकिन हमे तीरथ सिंह रावत पर विश्वास है। तीर्थपुरोहितों ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत तानाशाह रवैया के थे। लेकिन ये सीएम लचीले हैं और हमें इन पर विश्वास है। तीर्थपुरहित ने कहा कि त्रिवेंद्र रावत को लगता था कि वो भाजपा हैं जबकि सीएम तीरथ सिंह रावत को लगता है कि जनता भाजपा है इसलिए हमें नए सीएम से उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम ने ऐसी ऐसी बातें कि जो बोलने की नहीं है अगर हम बोलेंगे ती पीएम मोदी सोचेंगे हमने ये कैसा निर्णय लिया है लेकिन इस सीएम से जनता और हम सब खुश हैं और उन्हें उम्मीद है कि ये देवस्थानम बोर्ड भंग होगा।