देहरादून : पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत द्वारा गैरसैंँण बजट सत्र के दौरान गैरसैंण को कमिश्नरी घोषित करने के बाद से ही इस फैसले का विरोध कुमांऊ से लेकर गढ़वाल तक के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं कांग्रेस के साथ सरकार के ही मंत्री विधायकों और सांसदों ने इस फैसले पर आपत्ति जताई। कुमाऊं के लोगों ने इसको लेकर प्रदर्शन किया। कुमाऊं के लोगों का कहना था कि कुमाऊं के जिलों ने अपनी अलग पहचान बनाई है और वो कुमाऊं मंडल में ही रहें तो अछ्छा है। अलग मंडल में शामिल करना गलत होता। तो वहीं अजय भट्ट ने भी इस पर आपत्ति जताई हालांकि स्पष्ट शब्दों में नहीं कहा लेकिन इशारों ही इशारों में बहुत कुछ कहा।
वहीं जहां सीएम बदली कर दिए गए हैं और सीएम की कुर्सी पर हाईकमान ने पौड़ी से सांसद तीरथ सिंह रावत को बैठा दिया है तो अब पार्टी के अंदर ही मंत्री-विधायक का इस फैसले को लेकर विरोध सामने आने लगा है। मंत्री हरक सिंह ने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत के इस फैसले का विरोध किया। न्यूज 18 को दिए इंटरव्यू में हरक सिंह रावत ने कहा कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने किसी की राय लिए बिना गैरसैंण को कमिश्नरी घोषित किया। कहा कि गैरसैंण को जिला बना दिया जए, मंडल नहीं। हरक सिंह रावत ने साफ कहा कि तत्कालीन सीएम ने किसी की भी राय नहीं। वहीं सीएम बदलने के बाद पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत के फैसले पर विरोध सामने आने लगा है।