ऊधम सिंह नगर : सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सीएम बनने के बाद पहली बार अपने गृह जनपद में पधारे। जहां विधायक औऱ कार्यकर्ताओं ने सीएम का जोरों-शोरों से स्वागत किया। इस दौरान सीएम ने जिले की जनता को कई सौगातें दी। इसी के साथ शहीद बहादुर थामा के नाम स्कूल का नाम रखने की घोषणा की। बता दें कि सीएम के दौरे को लेकर कार्यकर्ताओं ने खासा तैयारी की थी। जगह जगह सीएम के बड़े बड़े बैनर लगाए गए। जहां नजर डालो वहां सीएम के बैनर नजर आए जिसे सीएम के जाने के बाद तुरंत हटाया गया।
बता दें कि सीएम के जिला भ्रमण के दौरे पर भाजपाईयों पर होर्डिंग में चमकने का और अपना नाम चमकाने का ऐसा सुरूर चढ़ा कि कार्यकर्ताओं ने पूरे जिले को होर्डिंगों से पाट दिया। लेकिन बता दें कि कार्यकर्ताओं का दिल सिर्फ होर्डिंग लगाने भर से नहीं भरा। होर्डिंग्स में भाजपाईयों को पार्टी द्वारा सौंपे पदों को लिखाने की होड़ मची रही। अपने कद और पद को बढ़ाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं ने ऐड़ी चोटी का जोर लगाया हुआ था। लेकिन कमाल तो तब हो गया जब भाजपाई रातों रात ग्राम प्रधान बन गए। भाजपाइयों ने खुद को ग्राम प्रधान घोषित कर लिया जबकि हैं वो प्रधान पति हैं। आप देख सकते हैं कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपना पद और कद बढ़ाने के लिए सड़कों को अपने नाम के साथ ग्राम प्रधान लिखकर होर्डिंगों से पाट दिया गया।
वहीं बता दें कि पहली बार बार अपने गृह जनपद पर आए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सितारगंज रोड शो के स्वागत में लगाए गए बड़े-बड़े फ्लेक्स बोर्ड सीएम के रोड शो खत्म होने के चंद मिनटों के बाद उतार लिए गए है। बिजटी चौक पर लगे फ्लेक्स बोर्ड मुख्यमंत्री के रोड शो के चंद मिनटों के बाद उतार लिए गए हैं। मुख्यमंत्री के फ्लेक्स बोर्ड उतारना एक बड़ा सवाल पैदा करता है। क्या भाजपा नेताओं ने चंद मिनटों के लिए ही लगाई थी नगर में स्वागत फ्लेक्सी। फ्लेक्सी उतारना नगर में चर्चाओं का विषय बना हुआ है यही नहीं मुख्यमंत्री की खटीमा विधानसभा की नजदीकी विधानसभा सितारगंज में यह कारनामा देखने को मिला है।