नैनीताल जिले के रामनगर में कोसी नदी के बीचों-बीच मां गर्जिया का दरबार है। मान्यता है कि सच्चे मन से यहां जो भी मनोकामना मांगी जाती है वो पूरी होती है। लेकिन इस कार्तिक पूर्णिमा पर भक्त मां के दर्शन नहीं कर पाएंगे।
गर्जिया मंदिर में कार्तिक पूर्णिमा पर नहीं कर सकेंगे दर्शन
गर्जिया देवी मंदिर लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है। हर साल कार्तिक पूर्णिंमा के अवसर पर यहां पर मेले का आयोजन किया जाता है। लेकिन इस बार भक्त कार्तिक पूर्णिंमा पर मां के दर्शन नहीं कर पाएंगे। बताया जा रहा है कि देवी मां का डोला शिव मंंदिर के पास स्थापित किया जाएगा। वहीं श्रद्धालु दर्शन पूजन कर सकेंगे।
इस कारण लिया गया फैसला
बता दें कि बीते ढाई साल में मंदिर में दरारें दिख रही हैं। मंदिर के टीले में आ रही दरारों के चलते ही ये फैसला लिया गया है। मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा और गंगा स्नान को लेकर उपजिलाधिकारी कार्यालय में जनप्रतिनिधियों और मंदिर समिति के पदाधिकारियों की बैठक हुई।
इस बैठक में एसडीएम राहुल साह ने कहा कि मंदिर के टीले में बरसात के सीजन में इस बार दरारें आ गई थी। इसे ध्यान में रखते हुए कार्तिक पूर्णिमा और गंगा स्नान के दौरान 26 और 27 नवंबर को गर्जिया मंदिर परिसर में लगने वाले मेले में मां का डोला शिव मंदिर के पास स्थापित किया जाएगा।
ढाई साल पहले से मंदिर के टीले में आ रही हैं दरारें
गर्जिया मंदिर के टीले पर दरारें पहली बार ढाई साल पहले फरवरी 2021 में देखने को मिली थी। जिसके बाद से इसे बचाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन दरारें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं।
प्रशासन ने काफी चौड़ी दरारें दिखने के बाद मंदिर के टीले को बचाने की कवायद शुरू की। जिसके लिए आपदा प्रबंधन की तकनीकी कमेटी बनाई गई है। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद बचाव कार्य शुरू किया जाएगा।