देहरादून : उत्तराखंड में 2022 के विधानसभा चुनावों की बिसात अभी से बिछने लगी है. बीजेपी-कांग्रेस समेय अन्य पार्टियां 2022 में सत्ता में काबिज होने के लिए अभी से कमर कसे हैं। जनता से दावे करते हुए पार्टियां एक दूसरे पर जमकर हमला कर रहे हैं। एक ओर जहां राज्य भाजपा सरकार के कामों का बखान जनता के बीच कर रही है और एक के बाद एक कर सीएम ने कई घोषणाएं की तो वहीं विपक्षी पार्टियां अपना कदम जमाने के लिए सरकार पर हमला कर रही है। पार्टियों जनता को लुभाने के लिए और सत्ता में आने के लिए कई तरह के दावे कर रही है। एक ऐसा ही दावा किया आप ने, जिससे आप ने तीर्थपुरोहितों को खुश करने की कोशिश की।
जी हां बता दें कि आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरसाली ने कहा कि आप की सरकार बनते ही पहली कलम से देवस्थानम बोर्ड को निरस्त किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार तीर्थ पुरोहितों के साथ अन्याय कर रही है। आपको बता दें कि इस बोर्ड को निरस्त करने की मांग लगातार पुरोहित कर रहे हैं और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
रविवार को पत्रकारों से वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरसाली व केदारनाथ विधानसभा प्रभारी सुमंत तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार देवस्थानम बोर्ड के नाम पर तीर्थ पुरोहितों के साथ खिलवाड़ कर रही है। तीर्थ पुरोहित बोर्ड के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। कहा कि देवस्थानम बोर्ड के जरिये सरकार ना सिर्फ स्थानीय तीर्थ पुरोहितों के हक हकूकों से खिलवाड़ कर रही है, बल्कि छोटे व्यवसाय करने वाले हजारों व्यक्तियों के हितों पर चोट मारने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।