भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। वहीं अब प्रदर्शनकारी पहलवानों में साक्षी मलिक का बयान सामने आया है। साक्षी मलिक ने दिल्ली की पटियाला हाउस में कैंसिलेशन रिपोर्ट दाखिल होने के बाद अपनी बात रखी है। साक्षी ने कहा है कि पीड़िता के पिता और परिवार पर काफी दबाव था, इसलिए उन्होनें अपना बयान बदला है।
चार्जशीट मिलने पर बनेगी आगे की रणनीति
मीडिया रिपोर्ट में मिली जानकारी के अनुसार साक्षी मलिक ने कहा बृजभूषण शरण सिंह को चार्जशीट में दोषी करार दिया गया है। बाकी सबकुछ साफ तभी होगा जब हमारी लीगल टीम के हाथ में चार्जशीट आएगी। फिर वह साफ-साफ बता पाएंगे कि कौन-कौन सी धाराएं लगी हैं। उसी के अनुसार आगे की रणनीति बनाई जाएगी।”
नाबालिग पीड़िता के परिवार पर बनाया दवाब
वहीं जब उनसे पूछा गया कि पॉक्सो मामले में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं और शिकायतकर्ता यानी पीड़िता के पिता और स्वयं पीड़िता के बयानों के आधार पर कोर्ट में मामले को रद्द करने का अनुरोध किया गया है। तो इस पर साक्षी मलिक ने अपना जवाब देते हुए कहा कि ”ये पुलिस ने हटाई है। जैसा हमने सुना है कि इन मामलों में सुप्रीम कोर्ट तय करता है कि वह किस बयान को सही मानेगा, पहले वाले बयान को या बाद में दिए गए बयान को। हम इसे लेकर काफी दिनों से बता रहे हैं कि पीड़िता के पिता और परिवार पर काफी दबाव था। उनके और पूरे परिवार के ऊपर शुरू से ही दबाव बनाया गया था।”
कुश्ती संघ के चुनाव पर साक्षी ने कहा
बता दें कि कुश्ती संघ के चुनाव घोषित हो चुके हैं। छह जुलाई को सभी पदों के लिए चुनाव होंगे। ऐसे में कुश्ती संघ के चुनावों को लेकर साक्षी मलिक ने कहा कि हमारी यह पहली मांग थी कि संघ में बृजभूषण के घर का कोई आदमी न हो। उन्होनें कहा कि पहलवानों की मांग है कि एक नए संघ का निर्माण होना चाहिए। जिसमे खिलाड़ी भी हो सकते हैं।