अयोध्या में 2 जनवरी को होने वाले राम मंदिर कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त कर दिया गया है। इस सिलसिले में केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए मीडिया आउटलेट्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को राम मंदिर कार्यक्रम से संबंधित झूठी और हेरफेर की गई खबरों को प्रकाशित करने से बचने के लिए कहा है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय की एडवाइजरी
सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा कि यह देखा गया है कि विशेष रुप से सोशल मीडिया पर फर्जी मैसेज फैलाए जा रहे हैं, जो सांप्रदायिक सद्भावना और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं। अयोध्या में राम लला की मूर्ति का अभिषेक समारोह 22 जनवरी को होगा जिसमें पीएम मोदी और कई अन्य नेता शामिल होंगे।
Ram Mandir समारोह से पहले वीआईपी टिकट, राम मंदिर प्रसाद प्रदान करने का दावा करने वाले कई फर्जी लिंक सोशल मीडिया पर नजर आ रहे हैं।
वीआईपी टिकट का वायरल हुआ था नकली क्यूआर
बता दें कि कुछ दिन पहले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए तत्काल टिकट का दावा करते हुए नकली क्यूआर कोड वाला एक व्हाट्सएप मैसेज वायरल हुआ था। जिसके बाद मंदिर ट्रस्ट ने साफ किया था कि प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में निमंत्रण के लिए ट्रस्ट ने खुद से चुनिंदा अतिथियों को निमंत्रण भेजा है।