रुड़की: रुड़की में न्यायालय के आदेश पर विवाहिता और उसके बच्चे को एक अधिकारी और कुछ पुलिसकर्मी उसकी ससुराल छोड़ने पहुंचे थे, लेकिन ससुराल वालों ने न्यायालय के निर्देश के बाद भी गेट नहीं खोला। जिसके चलते विवाहिता अपने छोटे बच्चे के साथ ससुरालियों के गेट के बाहर घंटों बैठी रही। अधिकारी और पुलिसकर्मी भी महिला के साथ वहां मौजूद रहे।
मामला अकबरपुर कालसो का है। गांव के रहने वाले महेंद्र सिंह सैनी ने अपनी बेटी रूपा की शादी दिसंबर 2018 में रुड़की के देव एन्क्लेव निवासी सुमित सैनी के साथ की थी। आरोप है कि शादी के करीब 6 माह बाद विवाहिता को उसके सुसराल वालों ने परेशान करना शुरू कर दिया था। जिसके बाद रिश्तेदारों में बैठकर आपस में कई बार सुलह भी कराई गई, लेकिन उसके बाद भी बात नहीं बनी।
ससुरालियों के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया। उसके साथ मारपीट की जाती थी। इस बात से परेशान विवाहिता को उसके मायके वाले वापस अपने गांव ले गए, जिसके बाद महिला हेल्पलाइन में भी मामला चला। फिर भी बात नहीं बन पाई। न्यायालय ने 11 अक्टूबर को विवाहिता को ससुराल में रहने की इजाजत दे दी।
न्यायालय के निर्देश पर सीडीपीओ जैनेंद्र और पुलिसकर्मी विवाहिता और उसके बच्चे को लेकर उसकी ससुराल पहुंचे। ससुराल वालों ने गेट ही नहीं खोला। घंटों तक विवाहिता अपने बच्चे के साथ गेट पर बैठी रही। सीडीपीओ जैनेंद्र का कहना है कि मामले में न्यायालय को अवगत कराया जाएगा। इसके बाद न्यायालय से जो भी निर्देश प्राप्त होंगे आगे की कार्रवाई की जाएगी।