किसानों का दिल्ली कूच रोकने के लिए केंद्र सरकार औप किसान नेताओं के बीच चली मैराथन बैठक में फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी पर बात अटक गई है। दिल्ली से सटी सभी सीमाओं को सील कर दिया है। वहीं किसानों के विरोध पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि नई मांगों को सामने रखा गया है, जिन पर चर्चा करने के लिए राज्यों को समय चाहिए। इसलिए किसान नेताओं से अनुरोध है कि वे आएं और चर्चा करें।
आखिर ऐसा क्या हुआ कि नई मांगे रखी जा रही?
अनुराग ठाकुर ने कहा कि, मैं कहना चाहता हूं कि मोदी सरकार ने कृषि क्षेत्र को प्रोत्साहित करने और किसानों के कल्याण के लिए पिछले 10 सालों में कई कदम उठाए हैं। जब उन्होनें अपनी मांगे रखीं, तो सरकार ने अपने वरिष्ठ नेताओं को भेजा और बातचीत जारी रखी। कल चंडीगढ़ में बैठक हुई। इस दौरान किसान नेता उठकर चले गए, जबकि हम लोग कहते रह गए कि चर्चा कर लीजिए। उन्होनें कहा, आखिर ऐसा क्या हुआ कि नई मांगे रखी जा रही हैं? यदि नई मांगे रखी जा रही हैं तो और समय की आवश्यकता है। राज्यों को चर्चा करने के लिए समय चाहिए। हम चर्चा जारी रखने के लिए तैयार है।
हिंसा में शामिल न हों
केंद्रीय मंत्री ने कहा, उनकी अधिकांश मांगो को स्वीकार कर लिया गया है लेकिन कई मांगों पर चर्चा करने के लिए और समय की आवश्यकता है। मैं आंदोलनकारियों से गुजारिश करता हूं कि वे तोड़फोड़, आगजनी या हिंसा में शामिल न हों। मैं किसान नेताओं स अनुरोध करता हूं कि वे आएं और चर्चा करें। बता दें, किसान आज फिर दिल्ली की ओर बढ़ना जारी रखेंगे। इस बीच किसानों को दिल्ली तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने दीवारों की जो बाधाएं खड़ी की हैं उनमें कंक्रीट का मसाला भरकर उन्हें और मजबूत किया जा रहा है।