मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनका बेटा अब्बास अंसारी जो कासगंज जेल में बंद है। पैरोल नहीं मिलने के बाद वह मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल नहीं हो पाया तो वहीं दूसरी तरफ मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी जो फरार घोषित है और उस पर गाजीपुर पुलिस द्वारा 50,000 का इनाम भी घोषित है। वह भी मुख्तार अंसारी के इंतकाल में शामिल नहीं है पाई।
अफशा अंसारी पर कई मुकदमें दर्ज
बता दें कि अफशा अंसारी पर गाजीपुर के मऊ में कई मामलों में मुकदमें दर्ज है, जिसको लेकर पिछले कुछ दिनों मऊ पुलिस के द्वारा मुख्तार अंसारी के आवास फाटक पर और मुख्तार अंसारी के ससुराल में छापेमारी तक हुई थी। वहीं उनके आवास दर्जी टोला में मुनादी करा कर नोटिस चस्पा किया गया था और यह बताया गया था कि कोर्ट के द्वारा दिए गए समय के अंदर कोर्ट में वह हाजिर हो जाए बावजूद इसके अफशां अभी तक हाजिर नहीं हुई और अब जबकि मुख्तार अंसारी की मौत हो चुकी है। ऐसे मौके पर उन्हें मौजूद होना चाहिए था लेकिन इस मौके पर भी अफशां अंसारी नहीं दिखी।
इसी के साथ अफशां अंसारी विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी के विरूद्ध कराए गए मामले में भी आरोपी हैं। वहीं गजल होटल के जमीन वाले मामले में भी अफशां अंसारी आरोपी हैं, क्योंकि जिस वक्त उस जमीन की रजिस्ट्री कराई गई थी, उस वक्त अब्बास अंसारी और उमर अंसारी नाबालिक थे।
मुख्तार को जहर देने का आरोप
मऊ से पांच बार विधायक रहे 60 वर्षीय मुख्तार अंसारी की गुरुवार की रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। कड़ी सुरक्षा के बीच उनका शव आज शनिवार की सुबह 10:45 पर उनके पैतृक स्थान गाजीपुर में दफनाया गया। वहीं अंसारी के परिवार ने आरोप लगाया था कि उन्हें जेल के अंदर भोजन के माध्यम से धीमा जहर दिया गया था। मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने दावा किया कि उनके पिता को जेल में “धीमा जहर” दिया गया था।