छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक अधिकारी का 1 लाख का फोन जलाशय में गिरा तो अधिकारी ने फोन के लिए पूरा जलाशय के पानी को बाहर निकलवा दिया। हालांकि जब मामले ने तूल पकड़ा तो अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।
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छुट्टी मनाने गए थे अधिकारी
कोयलीबेड़ा ब्लॉक के फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास सोमवार को छुट्टी मनाने खेरकट्टा परलकोट जलाशय पहुंचे थे। इस दौरान उनका महंगा फोन खेरकट्टा परलकोट जलाशय में गिर गया। 15 फीट तक पानी से भरे जलाश्य में जब अधिकारी को फोन ढूंढना कठिन लगा तो उन्होनें पम्प लगाकर टैंक के पानी को खाली कर दिया गया। गुरुवार की सुबह फोन को ओवरफ्लो टैंक से बाहर निकाला गया। जैसे ही इस बात की जानकारी आस- पास के लोगों को मिली तो ये मामला चर्चा का विषय बन गया है।
मामला तूल पकड़ने के बाद निलंबित
इस बीच फोन को निकालने के लिए जलाशय को खाली कराए जाने का मामला सुर्खियों में आ गया। भाजपा नेता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर इसको लेकर तंज कसने लगे। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि भूपेश बघेल की तानाशाही में अधिकारी प्रदेश को पुश्तैनी जागीर समझ बैठे हैं। भीषण गर्मी में लोग टैंकरों के भरोसे हैं, पीने तक के पानी की व्यवस्था नहीं है। वहीं अधिकारी अपने मोबाइल के लिए 21 लाख लीटर पानी बहा रहे हैं। इतने में डेढ़ हजार एकड़ खेत की सिंचाई हो सकती थी। मामला तूल पड़ने के बाद कांकेर कलेक्टर ने फूड इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है।
हमेशा विवादों में रहते हैं राजेश विश्वास
राजेश विश्वास स्थानीय होने के कारण हमेशा विवादों में रहते हैं। कोयलीबेड़ा में पदस्थ रहने के दौरान स्वयं के राशन कार्ड के चावल में गड़बड़ी के मामले में वे निलंबित हो चुके हैं। अपने महंगे शौकों को लेकर भी वे हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। थार चार पहिया गाड़ी, लाखों के फोन और महंगी मोटरसाइकिल रखने को लेकर वे हमेशा चर्चा में रहे हैं। वहीं अब जलाश्य से पानी खालीकर अपना महंगा फोन निकालने के लिए उन्हें निलंबित कर दिया गया है।