राज्यसभा में भारत रत्न से सम्मानित हस्तियों के सम्मान में चर्चा के बीच जब चौधरी चरण सिंह का जिक्र आया और जयंत चौधरी बोलने के लिए खड़े हुए तो विपक्ष ने हंगामा कर दिया। इस हंगामे को लेकर केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला नाराज हो गए और उन्होनें कांग्रेस को चेताते हुए कहा कि इस देश में किसानों की आवाज रोकने वाला कोई पैदा नहीं हुआ है।
दरअसल, जयंत चौधरी ने राज्यसभा में बोलना शुरु किया तो कांग्रेस के सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताई और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने जानना चाहा कि किस नियम के तहत रालोद नेता को बोलने की अनुमति दी गई है। खरगे ने कहा कि यह गर्व की बात है और हम पूर्व प्रधानमंत्रियों पीवी नरसिम्हा राव, चरण सिंह और एसएस स्वामीनाथन को सैल्यूट करते हैं।
खरगे ने जयंत को टोका
वहीं खड़गे ने कहा कि नेताओं को भारत रत्न से सम्मानित करने पर कोई बहस नहीं है। मैं सभी को सलाम करता हूं, लेकिन अगर कोई सदस्य कोई मुद्दा उठाना चाहता है, तो आप पूछते हैं कि किस नियम के तहत। मैं जानना चाहता हूं कि उन्हें (जयंत चौधरी) को किस नियम के तहत बोलने की अनुमति दी गई है? हमें भी अनुमति दीजिए। एक तरफ आप नियम की बात करते हैं। आपके पास विवेक है। उस विवेक का उपयोग विवेकपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए न कि जब आप चाहें। इसके बाद सदन में जमकर हंगामा होने लगा।
केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला भड़के
खड़गे की आपत्ति पर मछलीपालन, डेयरी और पशुपालन केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला ने कहा कि सदन में नियमों का पालन होना चाहिए। आज सदन में जब चौधरी चरण को भारत रत्न मिलने पर उनके पोते जयंत चौधरी समेत पूरा सदन बधाई देने के लिए बैठा था, मैं हैरान हूं कि कांग्रेस दल ने खड़े होकर इसका विरोध क्यों किया? जैसे ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरु किया तो परषोत्तम रूपाला ने नाराज होते हुए कहा सुनो..सुनो..इस देश की किसानों की आवाज को रोकने वाला कोई पैदा नहीं हुआ। नहीं होगा…होगा भी नहीं। आप एक किसान की प्रशंसा नहीं सुन सकते हो। एक किसान को भारत रत्न मिला इसमें कांग्रेस के खेमे में क्यों आग लग गई?
रुपाला ने कहा कि जब नेता विपक्ष बोलते हैं तो आप सभापति हमें बोलते हैं कि नेता विपक्ष बोल रहे हैं, उसकी बात सुनिए, लेकिन अब वही नेता विपक्ष आपको बोल रहे हैं कि आप अपनी मर्जी नहीं चला सकते और वो भी ऐसे मौके पर, जब एक किसान को भारत रत्न देने का फैसला किया गया हो। यहीं कांग्रेस का चरित्र है।