वॉट्सऐप ने नवंबर 2021 में 17.5 लाख से अधिक भारतीय खातों को बैन कर दिया है। जबकि इस दौरान उसे 602 शिकायतें मिलीं. अपनी ताजा रिपोर्ट में मैसेजिंग मंच ने कहा कि इस दौरान वॉट्सऐप पर 17,59,000 भारतीय खातों को बंद किया गया. रिपोर्ट के अनुसार भारतीय खातों की पहचान +91 फोन नंबर के जरिए की जाती है.
वॉट्सऐप के एक प्रवक्ता ने कहा कि आईटी नियम 2021 के अनुसार हमने नवंबर महीने के लिए अपनी 6ठी मासिक रिपोर्ट प्रकाशित की है. इस उपयोगकर्ता-सुरक्षा रिपोर्ट में उपयोगकर्ताओं की शिकायतों का ब्यौरा और वॉट्सऐप द्वारा की गई संबंधित कार्रवाई के साथ ही वॉट्सऐप द्वारा खुद की गई कार्रवाइयां भी शामिल हैं. प्रवक्ता ने कहा कि वॉट्सऐप ने नवंबर में 17.5 लाख से अधिक खातों पर प्रतिबंध लगा दिया. फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी ने इससे पहले कहा था कि 95 प्रतिशत से अधिक प्रतिबंध स्वचालित या बल्क मैसेजिंग (स्पैम) के अनधिकृत उपयोग के कारण हैं.
इससे पहले अक्टूबर महीने में वॉट्सऐप ने 20 लाख अकाउंट को बैन किया था. उस महीने कंपनी को 500 से ज्यादा शिकायत मिली थी. अपने देश में वॉट्सऐप के 40 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं. पूर्व में कंपनी की तरफ से कहा गया था कि जितने भी अकाउंट पर बैन लगाए गए हैं, उसका सबसे बड़ा कारण है कि इन अकाउंट्स की मदद से बल्क मैसेजिंग की गई. पिछले साल मई के महीने में सरकार ने नया आईटी नियम लागू किया था. नियम के अनुसार अगर किसी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के 50 लाख से ज्यादा यूजर्स हैं तो उसे हर महीना अनुपालन रिपोर्ट जमा करना होगा.
कंपनी ने कहा कि हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस पर बहुत ज्यादा निवेश कर रहे हैं. हमारी कोशिश है कि हर एक यूजर इस प्लैटफॉर्म पर सुरक्षित महसूस करे. सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनियों और भारत सरकार के बीच तनातनी के साथ साल 2021 की शुरुआत हुई थी और नए साल 2022 में यह तनाव और बढ़ने की आशंका है. इसकी वजह यह है कि केंद्र सरकार निजी डेटा की सुरक्षा, डिजिटल मंचों की कड़ी निगरानी और सीमापार से आने वाली सूचनाओं के नियमन के लिए कानून लेकर आई है.