नवंबर का महीना आते ही उत्तर भारत के शहरों में मौसम का मिजाज बदल जाता है। कई शहरों में धुंध का और कोहरे का प्रभाव देखने को मिल रहा है। लोग फॉग और स्मॉग से ढकी चादर का सामना कर रहे हैं। ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि फॉग और स्मॉग में क्या अतंर होता है।
क्या होता है फॉग?
बता दें कि फॉग और स्मॉग दोनों ही आसमान में छाने वाले धुंध के रुप में होते हैं, लेकिन दोनों में कई महत्तवपूर्ण अंतर होता है। फॉग या कोहरा ठंडा हवा में मौजूद नमी से बनता है। जब हवा में पानी की महीन बूंदे ठंडे तापमान के कारण इकट्ठा हो जाती है, तो वे सफेद रंग का फॉग बना देती है। फॉग के बनने में प्रदूषण का योगदान कम होता है, और यह ठंडे मौसम में ज्यादा दिखता है।
क्या होता है स्मॉग?
दूसरी ओर स्मॉग का निर्माण प्रदूषण के कारण होता है। यह धुएं औप धूल के कणों के मिश्रण से बनता है। इसका रंग हल्का ग्रे या भूरा होता है। स्मॉग तब बनता है जब वातावरण में प्रदूषण के कण हवा में मौजूद नमी के साथ मिलकर एक मोटी चादर बना देते हैं। तापमान के गिरने और प्रदूषण के बढ़ने पर स्मॉग ज्यादा गहराता है, जिससे हवा की गुणवत्ता पर भी असर पड़ता है।
दिन में छाएगा हल्का कोहरा
दिल्ली में बुधवार को स्मॉग की वजह से विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। एक्यूआई बढ़ गया है। मौसम विभाग ने दिन के समय हल्का कोहरा छाए रहने और अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।