हर साल 15 जनवरी को Pongal त्योहार मनाया जाता है। पोंगल तमिल हिंदूओं का प्रमुख त्योहार है। ये त्योहार नए फसलों का त्योहार माना जाता है। इस त्योहार में गन्ना, गुड़, दूध, चावल और दाल को खास अहमियत दी जाती है। इस त्योहार में लोग अपने घरों को फूलों की रंगोली से सजाते हैं, सिल्क के पारंपरिक कपड़े पहनते हैं। घर को साफ करके शाम को बॉन फायर जलाते हैं और उसके आस-पास गाना गाते हुए इस त्योहार को मनाते हैं। पोंगल में घर के जानवरों की भी खास तरह से पूजा की जाती है और उन्हें भोग लगाया जाता है। इन सबके अलावा पोंगल में एक खास रेसिपी बनाई जाती है जिसे पोंगल पनाई कहते हैं। आइये जानते हैं।
Pongal के दिन क्या करते हैं लोग
Pongal के दिन लोग नए बर्तन खरीदते हैं, उन पर सुंदर आकृतियां बनाते हैं और उन्हें आम और हल्दी के पत्तों और अन्य फूलों से सजाते हैं। इसके बाद बर्तन को घर के सामने रखकर इसमें ये प्रसाद बनाते हैं। इस प्रसाद को बनाने के लिए चावल, दाल, दूध और गुड़ को एक साथ पकाया जाता है और जैसे ही पकवान उबलने लगता है और बर्तन से बाहर निकलने लगता है, उस समय को- पोंगालो पोंगालो कहकर मनाया जाता है। दूध को उबालना और छलकना समृद्धि और प्रचुरता का प्रतीक माना जाता है और ये विशेषरुप से किया जाता है।
पोंगल पनाई रेसिपी (Pongal Panai Recipe)
पोंगल पनाई बनाने के लिए पहले नए चावल को पानी में भिगोकर रख दें। फिर फ्राई पैन में 1 कटोरी मूंग और आधा कप चना की दाल डालकर भून लें। फिर इसे चावल के साथ भिगोकर रख दें। फिर मिट्टी के बर्तन में दूध डालें और उबाल आन दें। दूध उबलकर गिर जाएं तो इसमें चावल और दाल डालकर पकाएं। जब ये पक जाए तो ऊपर से गुड़ डालकर इसे पिघलने तक पकाएं। ऊपर से ड्राई फ्रूट्स और इलायची डालें। अब अच्छी तरह से पकाकर गैस बंद करें। इस तरह तैयार हो जाएगा आपका पोंगल पनाई। इसे प्रसाद के रुप में केले के पत्ते में सर्व करें और Pongal का त्योहार खुशी के साथ मनाएं।